देवास। कोरोना संक्रमण के कारण पिछले कई दिनों से शहर की कई औद्योगिक इकाइयां बंद हैं. इनमें से कुछ ऐसे उद्योग हैं जिन्हे दोबारा शुरू करने के लिए मेंटनेंस और सॉफ्टवेयर इंजीनियर की जरूरत पढ़ेगी. वहीं आज कुछ उद्योगपति जिला व्यापार और उद्योग केंद्र पहुंचे जहां उन्होंने उद्योग आरंभ करने व मेंटनेंस करने के लिए अनुमति की बात अधिकारियों से की लेकिन अधिकारियों ने उद्योग खोलने की अनुमति नहीं दी हैं.
औद्योगिक इकाई संचालकों की मांग थी कि कंपनियों को खोलने के लिए मेंटनेंस की जरूरत पड़ेगी. उन्होंने बताया कि उनकी कंपनियों में कुछ ऐसी मशीनें है, जिनका सॉफ्टवेयर अपडेट समय पर होना जरूरी है. जिसके चलते 400 से अधिक लघु उद्योग के साथ दर्जन भर बड़े उद्योग भी लॉकडाउन से ही बंद है.
जब आज लघु उद्योग के लोग जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र पहुंचे तो वहां पदस्थ अधिकारी तिवारी से इस विषय पर चर्चा की तो उन्होंने कहा कि यह लोग मेरे से केवल सलाह लेने आएं है. जबकि उद्योगपतियों ने पहले भी आवेदन दिया है. जिसके चलते आज फिर से आवेदन दिया है लेकिन जिला महाप्रबंधक उद्योग विभाग आरके तिवारी इनसे दूरी बनाते हुए कहा गए कि यह काम जिला दंडाधिकारी का है.वहीं समझने वाली बात यह है कि आवेदन लेने के बाद इस तरह से पल्ला क्यों झाड़ा जा रहा है.