देवास/बुरहानपुर। जिले के कन्नौद में गुरुवार शाम को हनुमान मंदिर से दर्शन करने जा रहे पूर्व विधायक बृजमोहन धूत को मंदिर के सामने स्थित पेट्रोल पंप के पास टैंकर ने टक्कर मार दी. टक्कर के कारण उन्हें पैर में गंभीर चोट आई है. जैसे ही धूत को लोगों ने घायल अवस्था में देखा उन्हें ऑटो से अस्पताल लेकर आए. जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया. उपचार के बाद उन्हें इंदौर रेफर किया गया. धूत के एक्सीडेंट की खबर लगते ही उनके समर्थक और स्नेहीजन उनकी खैरियत जानने अस्पताल में बड़ी संख्या में जमा हो गए.
मंदिर जाते वक्त हुआ हादसा: जानकारी के मुताबिक, प्रतिदिन वाहन से मंदिर जाने वाले बृजमोहन धूत गुरुवार को घर से पैदल ही निकले थे. इसी बीच खातेगांव की ओर जा रहे टैंकर (GJ 12 AZ 7068) ने पेट्रोल पंप के पास मोड़ पर उन्हें टक्कर मार दी. थाना इंचार्ज राहुल रावत ने तत्काल ड्राइवर को हिरासत में लेते हुए टैंकर को थाने में खड़ा करवा दिया. मिली जानकारी के अनुसार, पूर्व विधायक बृजमोहन धूत के पैर में गम्भीर चोट है, लेकिन वे पूरे होश में हैं और बातचीत कर रहे हैं.
बुरहानपुर में ट्रक से गौवंश बरामद: बुरहानपुर में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. गौवंश से भरे आयशर ट्रक को ड्राइवर महाराष्ट्र की सीमा में ले जाता, उससे पहले ही लालबाग थाना पुलिस ने पकड़ लिया. साथ ही ड्राइवर सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. आयशर से करीब 35 गौवंश बरामद किए हैं. दरअसल ड्राइवर पुलिस को चकमा देकर भाग रहा था, लेकिन पुलिस ड्राइवर से एक कदम आगे निकली और उसी रोड़ पर पहुंच गई, जहां से ड्राइवर ने वाहन निकालने की योजना बनाई थी.
गौवंश को लेकर महाराष्ट्र जा रहा था ट्रक: लालबाग थाना प्रभारी हंसकुमार झिंझोरे ने जानकारी देते हुए बताया कि, ''पुलिस को सूचना मिली कि गौवंश से भरा ट्रक बुरहानपुर की सीमा में घुसा है, इस पर पुलिस अलर्ट हो गई और अपने सूत्र को सक्रिय कर दिया. जिन्हें सूचना मिली कि ड्राइवर ट्रक लेकर लोनी, बहादरपुर मार्ग से होते हुए महाराष्ट्र की सीमा में प्रवेश करेगा, लेकिन किसी तरह इसकी भनक ट्रक ड्राइवर को मिल गई, इस पर ड्राइवर ने ट्रक को हतनूर रोड पर मोड़ लिया और इच्छापुर होते हुए महाराष्ट्र की सीमा में प्रवेश करने की योजना बनाई. पुलिस को भी इस बात की खबर मिली गई, जिसके बाद पुलिस जवान हतनूर-इच्छापुर रोड़ पर पहुंच गए, ट्रक आते ही जवानों ने उसे रोका और गौवंश जब्त कर लिए, तथा सभी गौवंशों को इच्छापुर गौशाला में उतरवा दिया गया है.''