इंदौर: देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में शुक्रवार को कार्यकारी परिषद की बैठक आयोजित की गई थी. इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए. इनमें से एक बड़ा फैसला लिया गया जिसके के तहत अब देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के अधिकारिक दस्तावेजों, डिग्री और मार्कशीट से देश के नाम में केवल भारत शब्द का उपयोग किया जाएगा. सभी जगहों से इंडिया शब्द को हटा दिया जाएगा. कार्यकारी परिषद की बैठक में इसे लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया है.
देश का नाम केवल भारत लिखा जाएगा
विश्वविद्यालय के कार्यकारी परिषद की बैठक में कुलगुरु प्रो राकेश सिंघई भी शामिल थे. उन्होंने कहा, "कार्यकारी परिषद की बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया कि विश्वविद्यालय अपने सभी अधिकारिक दस्तावेजों, डिग्रियों, मार्कशीट में देश के नाम के रूप में भारत शब्द का प्रयोग करेगा. अब विश्वविद्यालय हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में भारत का नाम भारत लिखेगा. उन्होंने कहा कि ऐसा प्रस्ताव पास करने वाला उनका विश्वविद्यालय संभवत: देश का पहला विश्वविद्यालय होगा."
विश्वविद्यालय खोलेगा नया मेडिकल कॉलेज
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने झाबुआ में मेडिकल कॉलेज खोलने का निर्णय लिया है. डीएवीवी की कार्यपरिषद की बैठक में निर्णय हुआ कि डीएवीवी मेडिकल कॉलेज के साथ झाबुआ जिला अस्पताल का संचालन भी करेगा. इसके अलावा डीएवीवी के तक्षशिला परिसर में आयुष केंद्र भी खोलने को मंजूरी दी गई.
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झाबुआ जिले में किए जाएंगे विकास कार्य
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय पूर्व में ही झाबुआ जिले को गोद ले चुका है और इसके तहत उसने झाबुआ और आसपास के क्षेत्र के विकास का रोड मैप भी बनाया है. इस बीच राज्य सरकार की ओर से डीएवीवी के समक्ष झाबुआ में मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव रखा गया था. जिसकी मंजूरी विश्वविद्यालय की ओर से मिल गई है. विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो राकेश सिंघई और अन्य अधिकारी बीते दिनों झाबुआ का दौरा कर मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि फाइनल कर चुके हैं. ऐसे में कार्यपरिषद् की बैठक में तय किया गया कि डीएवीवी मेडिकल कॉलेज के साथ ही झाबुआ जिला अस्पताल का संचालन भी करेगा.