देवास। कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी से पूरी दुनिया लड़ाई लड़ रही है. इस संकट की घड़ी में श्रमिक और मजदूर वर्ग को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए है. सीएम निर्देश दिए हैं कि मजदूरों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हों. मंगलवार को अन्य राज्यों और जिले से भारी संख्या में श्रमिक देवास पहुंचे, जिन्हें बसों की मदद से उनके घरों तक पहुंचाया गया.
इसस पहले श्रमिकों को इंदौर रोड स्थित आर्गस गार्डन में रोका गया, जहां उनका मेडिकल परीक्षण किया गया. इसके अलावा मरीजों को भोजन, पानी और अन्य सुविधाएं जिला प्रशासन द्वारा दी गई. श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए दो रूट बनाए गए, जिसमें पहला सागर और दूसरा गुना हैं. इस दौरान संभागायुक्त आनंद शर्मा और आईजी राकेश गुप्ता भी यहां पहुंचे. जिन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया, साथ ही कलेक्टर श्रीकांत पांडेय, पुलिस अधीक्षक कृष्णावेणी देसावतु, एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी सहित अन्य अधिकारिओं ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
प्रदेश के अन्य सीमावर्ती जिलों में भी की व्यवस्था
मध्यप्रदेश के ऐसे सीमावर्ती जिलों में बसों की व्यवस्था की गई है, जहां से बड़ी संख्या में श्रमिक आ रहे हैं. इनमें महाराष्ट्र सीमा सेंधवा-देवास मार्ग के लिए 100 बसें, देवास-गुना के लिए 50, देवास-सागर के लिए 40, गुना-भिण्ड (उत्तरप्रदेश सीमा) के लिए 20, गुना-दीनारा (झांसी-उत्तरप्रदेश सीमा) के लिए 80 बस, मुरैना-ग्वालियर-दतिया-झांसी के लिए 25, देवास-दौलतपुर(सीहोर) के लिए 10, दौलतपुर, सागर-मालथौन के लिए 25, दौलतपुर सागर-छतरपुर (महोबा उत्तरप्रदेश सीमा) के लिए 25 बसें की गई हैं.