दमोह। मध्यप्रदेश में बेशक पुलिसकर्मियों की छवि को लेकर लोग तरह-तरह की बातें करते हो. लेकिन कुछ पुलिसकर्मी अपनी जान की बाजी लगाकर लोगों की नजरों में हीरो बन जाते हैं. ऐसे ही एक आरक्षक कुलदीप सोनी ने जान की बाजी लगाते हुए जलते गैस सिलेंडर को बुझाया. घटना दमोह जिले के बस स्टैण्ड स्थित एक होटल की बताई जा रही है. जिन लोगों ने अपनी आंखों से ये सब देखा वो पुलिस आरक्षक की बहादुरी को सलाम कर रहे है.
क्या मामला था
होटल में मौजूद लोगों को इस बात की खबर लगी कि गैस सिलेंडर में लगी आग भड़क गई है, जिसके बाद लोगों में अफरा-तफरी मच गई. इस दौरान किसी की भी हिम्मत नहीं हुई कि कोई जलते सिलेंडर को बुझा सके. उसी वक्त बस स्टैण्ड की ड्यूटी पर तैनात आरक्षक कुलदीप सोनी ने ये सब देखा तो आरक्षक ने पूरे इलाके को खाली कराया और फिर साहस का परिचय देते हुए बिना जान की फ्रिक करते हुए जलते हुए गैस सिलेंडर को बुझाया.
सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई तस्वीरें
जब आरक्षक जलते सिलेण्डर को बुझा रहा था उस दौरान ये वाक्या पास की दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. आरक्षक कुलदीप सोनी की सूझबूझ और बहादुरी ने एक बड़ा हादसा होते होते टाल दिया.
हो सकता था बड़ा हादसा
अगर, आरक्षक कुलदीप ने बहादुरी का परिचय नहीं दिखाया होता तो बड़ा हादसा हो सकता था. जिन लोगों ने आरक्षक की बहादुरी को देखा वे सब उन्हें सलामी दे रहे हैं.
जान जोखिम में डालना ही था एक विकल्प: आरक्षक
कोतवाली दमोह में पदस्थ आरक्षक कुलदीप सोनी ने बताया कि उसके पास जान जोखिम में डालने के अलावा कोई दूसरा चारा नहीं था.