दमोह। समाजवादी पार्टी के मुखिया व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों को आड़े हाथ लिया. वे यहां पर समाजवादी पार्टी के दो प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करने आए. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि यदि आप समाजवादी पार्टी के बारे में जानते हैं तो मैं पहले ही दिन से यह बात कह रहा हूं कि इंडिया गठबंधन की ताकत पीडीए या किसी गठबंधन को यह ताकत देगा. मुझे उम्मीद है कि धीरे-धीरे जो देश में माहौल बन रहा है. वो पीडीए एक ही ताकत है, जो भारतीय जनता पार्टी को दिल्ली से हटाने का काम करेगी.
बीजेपी करती है लूटतंत्र में भरोसा: अखिलेश ने कहा कि मैं पहले दिन से कह रहा हूं कि आपने अगर समाजवादी पार्टी की खबरों को और हमारे सिद्धांत को समझा होगा, तो यही कहा है कि इंडिया की जो ताकत है, वह पिछड़े दलित और आदिवासी या अल्पसंख्यक भाई ही इस देश को भारतीय जनता पार्टी से बचा सकते हैं. यह पूछे जाने पर की इतनी योजनाओं के बाद भी यूपी की सरकार ने उन्हें क्यों नकार दिया? इसके जवाब में अखिलेश ने कहा कि कुछ बेईमान लोग हैं. आपको याद होगा एमपी में सरकार कांग्रेस की बन गई थी, लेकिन इन्होंने विधायकों को लूट लिया. यह लोकतंत्र में नहीं बल्कि लूट तंत्र में भरोसा करते हैं.
कांग्रेस को नहीं चाहिए सपा से गठबंधन: सपा अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने हमें बेईमानी से हराया है. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की एक सीट थी और उसने कांग्रेस की भी सरकार बनवाई थी. आपको याद है कि जब कांग्रेस के लोग समर्थन ढूंढ रहे थे, तब सबसे पहले समाजवादी पार्टी ने अपना समर्थन दिया था. उसके बाद गवर्नर ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया था. यह पूछे जाने पर की केंद्र में आपका इंडिया के साथ एलाइंस है, लेकिन प्रदेश में नहीं, इसके जवाब में अखिलेश ने कहा कि अब यह उनकी सोच है वह नहीं चाहते कि यहां पर उनके साथ गठबंधन हो. उन्होंने कहा कि पहले से ज्यादा इस बार मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सीट आएगी.
जातिगत जनगणना कराने वाले को मिलेगा समर्थन: समाजवादी पार्टी किसे अपना समर्थन देगी, इस पर उन्होंने कहा कि जो जातिगत जनगणना कराएगा, आदिवासी, पिछड़ों, दलितों को आरक्षण देगा, उसे समर्थन देने पर विचार करेगी. प्रदेश में प्रधानमंत्री सहित तमाम नेता सभाएं कर रहे हैं. ऐसे में क्या मानते हैं, इस पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एक तरफ कहते हैं की 13 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाल दिया. फिर 5 साल के लिए राशन बढ़ाने की बात कर रहे हैं. जब 13 करोड़ लोग गरीबी रेखा से हटा दिए तो सोचिए बीजेपी के लिए आखिर क्या गरीबों का पैमाना है.