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दमोह जिला अस्पताल में मीडिया कार्यशाला का आयोजन

दमोह जिला चिकित्सालय की टीकाकरण भवन में मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं, टीकाकरण और क्षय निवारण संबंधी जानकारी दी गई.

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मीडिया कार्यशाला का आयोजन
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Published : Mar 2, 2021, 5:08 PM IST

दमोह। जिला चिकित्सालय की टीकाकरण भवन में मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं, टीकाकरण और क्षय निवारण संबंधी जानकारी प्रदान की गई. मीडिया कार्यशाला के दौरान जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. गौरव नायक ने क्षय रोग और उसके दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी.

कई प्रकार की होती है टीबी
डॉ. गौरव नायक ने कहा कि क्षय रोग से संक्रमित व्यक्ति तीन लोगों को संक्रमित कर सकता है. पूरे देश में महिला मृत्यु दर से भी अधिक दर क्षय रोगियों की है. जानकारी के अभाव में लोग इसकी चपेट में आते हैं. उन्होंने बताया कि केवल फेफड़ों में संक्रमण होना ही नहीं है टीबी नहीं है. यह बीमारी कई प्रकार की होती है. आंख, कान, त्वचा सहित विभिन्न प्रकार की क्षय बीमारियां होती हैं. संक्रमित व्यक्ति को जिला अस्पताल में उपलब्ध नि:शुल्क और पूर्ण उपचार लेना चाहिए. उन्होंने बताया कि 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है.

टीकाकरण से ही बचाव संभव
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संगीता त्रिवेदी ने वैक्सीनेशन से संबंधित जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से बचने का एकमात्र उपाय वैक्सीनेशन ही है. सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक 60 वर्ष से अधिक बुजुर्गों को भी कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी. उन्होंने बताया कि इस गुरुवार से शहर के वार्ड नंबर-01 और 2 से टीकाकरण किया जाएगा.

दमोह। जिला चिकित्सालय की टीकाकरण भवन में मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं, टीकाकरण और क्षय निवारण संबंधी जानकारी प्रदान की गई. मीडिया कार्यशाला के दौरान जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. गौरव नायक ने क्षय रोग और उसके दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी.

कई प्रकार की होती है टीबी
डॉ. गौरव नायक ने कहा कि क्षय रोग से संक्रमित व्यक्ति तीन लोगों को संक्रमित कर सकता है. पूरे देश में महिला मृत्यु दर से भी अधिक दर क्षय रोगियों की है. जानकारी के अभाव में लोग इसकी चपेट में आते हैं. उन्होंने बताया कि केवल फेफड़ों में संक्रमण होना ही नहीं है टीबी नहीं है. यह बीमारी कई प्रकार की होती है. आंख, कान, त्वचा सहित विभिन्न प्रकार की क्षय बीमारियां होती हैं. संक्रमित व्यक्ति को जिला अस्पताल में उपलब्ध नि:शुल्क और पूर्ण उपचार लेना चाहिए. उन्होंने बताया कि 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है.

टीकाकरण से ही बचाव संभव
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संगीता त्रिवेदी ने वैक्सीनेशन से संबंधित जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से बचने का एकमात्र उपाय वैक्सीनेशन ही है. सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक 60 वर्ष से अधिक बुजुर्गों को भी कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी. उन्होंने बताया कि इस गुरुवार से शहर के वार्ड नंबर-01 और 2 से टीकाकरण किया जाएगा.

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