ETV Bharat / state

प्रशासन और किसानों के अलर्ट से टिड्डी दल का हमला नाकाम, शोर सुनकर फुर्र हुए टिड्डे

टिड्डियों के दल को देखकर दमोह के किसान हैरान है. टिड्डियों के कारण किसानों की फसल बर्बाद होने लगी है. फसल को बचाने के लिए किसान तरह तरह के जतन करने में जुटे है. किसान इसके लिए परंपरागत ढंग से थाली, पीपे और अन्य बर्तन बजाकर टिड्डियों को भगाने के प्रयास में जुटे हैं.

Grasshopper
टिड्डी दल का एक सदस्य
author img

By

Published : May 31, 2020, 1:11 PM IST

Updated : May 31, 2020, 4:25 PM IST

दमोह। पाकिस्तान की तरफ से आ रहा टिड्डियों का प्रकोप राजस्थान के रास्ते मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ता जा रहा है. मध्यप्रदेश के करीब 17 जिलों में टिड्डी दलों का आतंक फैल चुका है. दमोह में तो पहली बार टिड्डियों को देखकर किसान हैरान है. किसानों को ये डर सता रहा है कि कहीं टिड्डियों के हमले से किसानों की फसल बर्बाद न हो जाए. फसल को बचाने के लिए किसान तरह-तरह के जतन कर रहे हैं. किसान इसके लिए परंपरागत ढंग से थाली, पीपे और बर्तन बजाकर टिड्डियों को भगाने के प्रयास में जुटे हैं.

दमोह में नाकाम हुआ टिड्डी का हमला

टिड्डी दल सागर के सास्ते दमोह में प्रवेश कर चुका है. दमोह प्रशासन और किसान टिड्डी दल को लेकर काफी पशोपेश में है. किसान को अपनी फसल की चिंता सताने लगी है. हालांकि ये दल अभी सिर्फ पेड़ों को ही नुकसान पहुंचा सका है लेकिन अन्नदाता फसलों को लेकर काफी चिंतित है.

किसान दिनेश यादव ने बताया कि टिड्डियों ने पेड़ों पर हमला बोल दिया है. वो कुछ ही घंटों में सबकुछ सफाया कर देते हैं. इस दौरान टिड्डियों को भगाने के लिए कई तरह के जतन किए गए. किसान उत्तम मेहरा ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि टिड्डी दल का हमला हुआ तो था लेकिन वो अलर्ट थे, प्रशासन मुस्तैद था, यही कारण था कि दल कुछ ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाया पाया. सबसे ज्यादा नुकसान ऊंचे पेड़ों को हुआ है. वहीं फसलों में आंशिक नुकसान हुआ है. ऐसे हालात में टिड्डी दल जिले की सीमाओं से आगे निकल गया है.

बता दें, कि पाकिस्तान से निकला टिड्डियों का दल भारत के तमाम राज्यों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाने लगा है. राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश और यूपी के कुछ हिस्सों में इन टिड्डियों के किए गए नुकसान को देखा जा रहा है. सीमावर्ती जिले रतलाम और नीमच में टिड्डियों के हमले हो रहे हैं. जिससे किसानों की कई फसलें चौपट हो गई है.

दमोह। पाकिस्तान की तरफ से आ रहा टिड्डियों का प्रकोप राजस्थान के रास्ते मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ता जा रहा है. मध्यप्रदेश के करीब 17 जिलों में टिड्डी दलों का आतंक फैल चुका है. दमोह में तो पहली बार टिड्डियों को देखकर किसान हैरान है. किसानों को ये डर सता रहा है कि कहीं टिड्डियों के हमले से किसानों की फसल बर्बाद न हो जाए. फसल को बचाने के लिए किसान तरह-तरह के जतन कर रहे हैं. किसान इसके लिए परंपरागत ढंग से थाली, पीपे और बर्तन बजाकर टिड्डियों को भगाने के प्रयास में जुटे हैं.

दमोह में नाकाम हुआ टिड्डी का हमला

टिड्डी दल सागर के सास्ते दमोह में प्रवेश कर चुका है. दमोह प्रशासन और किसान टिड्डी दल को लेकर काफी पशोपेश में है. किसान को अपनी फसल की चिंता सताने लगी है. हालांकि ये दल अभी सिर्फ पेड़ों को ही नुकसान पहुंचा सका है लेकिन अन्नदाता फसलों को लेकर काफी चिंतित है.

किसान दिनेश यादव ने बताया कि टिड्डियों ने पेड़ों पर हमला बोल दिया है. वो कुछ ही घंटों में सबकुछ सफाया कर देते हैं. इस दौरान टिड्डियों को भगाने के लिए कई तरह के जतन किए गए. किसान उत्तम मेहरा ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि टिड्डी दल का हमला हुआ तो था लेकिन वो अलर्ट थे, प्रशासन मुस्तैद था, यही कारण था कि दल कुछ ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाया पाया. सबसे ज्यादा नुकसान ऊंचे पेड़ों को हुआ है. वहीं फसलों में आंशिक नुकसान हुआ है. ऐसे हालात में टिड्डी दल जिले की सीमाओं से आगे निकल गया है.

बता दें, कि पाकिस्तान से निकला टिड्डियों का दल भारत के तमाम राज्यों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाने लगा है. राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश और यूपी के कुछ हिस्सों में इन टिड्डियों के किए गए नुकसान को देखा जा रहा है. सीमावर्ती जिले रतलाम और नीमच में टिड्डियों के हमले हो रहे हैं. जिससे किसानों की कई फसलें चौपट हो गई है.

Last Updated : May 31, 2020, 4:25 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.