दमोह। संक्रमण के इस काल में लंबे समय के बाद कांग्रेस द्वारा किसान आक्रोश रैली का आयोजन किया गया. दरअसल लगातार हुई तेज बारिश के कारण किसानों की फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई है. वहीं विपक्ष में जा चुकी कांग्रेस के लिए यह मुद्दा काफी अहम है. यही कारण रहा कि, किसान कांग्रेस के बैनर तले जिला कांग्रेस कमेटी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में रैली का आयोजन किया गया. जिसमें बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ किसान मौजूद रहे.
दमोह जिला मुख्यालय के तहसील मैदान से एकत्रीकरण के बाद किसान कांग्रेस रैली का आगाज किया गया. दमोह कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर रैली ने उग्र रूप ले लिया, नारेबाजी करते हुए जहां शिवराज सरकार का पुतला दहन किया गया, तो वहीं किसानों ने कलेक्ट्रेट का गेट बंद होने पर अपने हाथों में मौजूद फसलों को अधिकारियों पर फेंकना शुरू कर दिया. इसी दौरान फायर ब्रिगेड की टीम ने पानी की बौछार मारा, तो गुस्से में आए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पथराव किया. वहीं इसके बाद फायर ब्रिगेड को आगे ले जा कर पानी की बौछार बंद की गई. तब कहीं जाकर कांग्रेस के कार्यकर्ता शांत हुए.
कुल मिलाकर लंबे समय के बाद आयोजित हुई विरोध प्रदर्शन रैली में हंगामे के हालात दिखाई दिए. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि, शिवराज सरकार यदि किसानों को सही मुआवजा नहीं देगी, तो आगामी दिनों में और भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा. किसानों का आक्रोश इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा सकता है, क्योंकि चंद महीनों पहले ही कांग्रेस की सरकार के समय भाजपा द्वारा किसानों को इसी तरह फसल नुकसानी पर हजारों रुपए हेक्टेयर मुआवजा दिए जाने की मांग की जाती रही है. वहीं चंद महीनों में ही बदल गई सरकार के बाद अब कांग्रेसी भाजपा सरकार से इतना ही मुआवजा दिए जाने की बात कर रहे हैं.