दमोह। जिले में अभी तक कोरोना के 2 मरीजों को कोरोना केयर हॉस्पिटल भर्ती कराया गया है, लेकिन इन दोनों मरीजों की बात करें तो यह दमोह के रहने वाले नहीं है. एक मजदूर है जो मुंबई से चलकर दमोह आया था, जिसके परिजन दमोह में रहते हैं. वहीं दूसरी मरीज महिला है. जो भोपाल से अपने घर रीवा जाने के लिए निकली थी, लेकिन रास्ते में उसकी जांच रिपोर्ट आ जाने पर उसे दमोह अस्पताल में भर्ती कराया गया. ईटीवी भारत ने दोनों मरीजों को लेकर ग्राउंड रिपोर्ट जानी.
शुरुआती दौर से लेकर बीते कुछ दिनों तक दमोह कोरोना संक्रमण को लेकर अछूता रहा और यहां के लोगों ने इस संक्रमण से बचने के लिए जो जतन किए वह भी काबिले तारीफ है. यही कारण रहा कि करीब इतने दिनों के बाद भी दमोह में कोरोना वायरस का ज्यादा फैलाव नहीं हो पाया, लेकिन बाहर से आए एक मजदूर और दमोह से गुजर रही एक बस में बैठी महिला के कारण दमोह जिले में अब दो पॉजिटिव मरीज आंकड़ों में शुमार हो चुके हैं और दोनों को इलाज के लिए दमोह के अस्पताल में भर्ती भी कराया गया है. जहां उनका इलाज चल रहा है. जिले के सर्रा निवासी युवक के मुंबई से आने पर सैंपल लिए जाने के बाद उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव निकली. जो वर्षों से मुंबई में रह रहा था, दमोह आया और उसने दमोह में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के आंकड़े को शून्य से एक कर दिया.
वहीं रीवा निवासी एक महिला भोपाल से चलकर रीवा जा रही थी. जिसका सैंपल भोपाल में लिया गया, लेकिन उसे एक बस से रीवा जाने रवाना कर दिया. जब महिला की बस दमोह से होकर गुजर रही थी. तभी पता चला कि महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. ऐसे हालात में आनन-फानन में महिला को बस से उतारा गया और दमोह के अस्पताल में भर्ती कराया गया. इन दो मरीजों के कारण दमोह जिला कोरोना संक्रमित जिलों में शामिल हो गया. दोनों ही लोग जिले से बाहर से दमोह आए थे, और दोनों के कारण ही दमोह जिला अब इस चार्ट में 2 मरीजों के साथ शामिल हो गया है.