दमोह। मध्य प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान अभी थमा नहीं है. बुंदेलखंड अंचल से आने वाले कांग्रेस विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी पर बीजेपी नेताओं के संपर्क में होने की बात की गई थी. लेकिन ईटीवी भारत से खास बातचीत में प्रद्युम्न सिंह लोधी ने इन बातों का खंडन करते हुए कहा कि वह कांग्रेस थे और रहेंगे. उनका किसी भी बीजेपी के नेता से कोई संपर्क नहीं है.
छतरपुर जिले की बड़ामलहरा विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि 15 साल के कारनामों को छुपाने के लिए बीजेपी यह साजिश रच रही है. लेकिन बीजेपी कमलनाथ सरकार को नहीं गिरा सकती. हम सभी विधायक एक साथ खड़े हुए हैं.
प्रहलाद पटेल से नहीं कोई संपर्क
प्रद्युम्न सिंह लोधी के केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल से संपर्क में होने की बात भी सामने आई थी. जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि प्रहलाद पटेल से उनका कोई संपर्क नहीं है केवल अफवाहें फैलाई जा रही है. जिनमें कोई सच्चाई नहीं है. वहीं कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग के इस्तीफे पर प्रद्युम्न सिंह लोधी ने कहा उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है क्योंकि उनका जो पत्र वायरल हुआ है उसमें किए गए हस्ताक्षर हरदीप सिंह डंग के हस्ताक्षर से नहीं मिलते.
मंत्री बनाना सीएम कमलनाथ का आधिकार
मंत्रिमंडल के विस्तार पर कांग्रेसी विधायक का कहना था कि वे लोग मंत्रियों से कम नहीं है, क्योंकि जो बीजेपी के मंत्री नहीं कर पाते थे. वो काम कांग्रेस के विधायक ही आसानी से कर रहे हैं. लेकिन मंत्री पद देना सीएम कमलनाथ के अधिकार क्षेत्र का मामला है अगर वे हम दोनों भाईयों में किसी को भी मंत्री बनाते है तो क्षेत्र और प्रदेश के विकास के लिए काम करेंगे. प्रद्युम्न सिंह लोधी के भाई राहुल सिंह लोधी भी दमोह विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक हैं.