ETV Bharat / state

ग्रामीणों ने सचिव और सहायक लिपिक पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन - सचिव और सहायक लिपिक भ्रष्टाचार आरोप

छिंदवाड़ा की ग्राम पंचायत बागबरधिया के ग्रामीणों ने सचिव और सहायक लिपिक पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. वहीं कलेक्टर से दोनों को हटाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है.

Villagers accuse secretary of corruption
ग्रामीणों ने सचिव पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
author img

By

Published : Nov 17, 2020, 7:30 PM IST

छिंदवाड़ा। ग्राम पंचायत बागबरधिया के ग्रामीणों ने सचिव और सहायक लिपिक पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि सचिव रामकुमार बेलवंशी और सहायक लिपिक गजनंद चौहान के द्वारा अपने परिवार की फर्जी हाजिरी भरकर एक ही परिवार के तीन-तीन जॉब कार्ड बनाए गए. साथ ही अपने परिवार के बैंक खाता में पैसा डलवाया है. ग्रामीण सचिव और साहयक लिपिक की शिकायत करने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा, साथ ही जांच की मांग की.

ग्रामीणों ने सचिव पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप


ग्रामीणों ने कलेक्टर से मांग की है कि सचिव और साहयक को पद से हटाया जाए. ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिन पहले ग्राम पंचायत बागबरधिया में उनके द्वारा ताला लगाया गया था. जिसको लेकर काफी हंगामा हुआ था. जांच करने के लिए वहां पर अधिकारी आए थे लेकिन ग्रामीण उनसे संतुष्ट नहीं हुए और उन्हें वहां से वापस भेज दिया. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक जांच नहीं हो जाती ताला नहीं खोला जाएगा.

मनरेगा के तहत लगभग 50 ग्रामीणों को नहीं मिला वेतन
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सचिव और सहायक लिपिक की मिलीभगत से फर्जी हाजिरी और गमन किया गया. जिसके कारण जिन ग्रामीणों ने काम किया उनका वेतन नहीं हो पाया और वह परेशान है.

छिंदवाड़ा। ग्राम पंचायत बागबरधिया के ग्रामीणों ने सचिव और सहायक लिपिक पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि सचिव रामकुमार बेलवंशी और सहायक लिपिक गजनंद चौहान के द्वारा अपने परिवार की फर्जी हाजिरी भरकर एक ही परिवार के तीन-तीन जॉब कार्ड बनाए गए. साथ ही अपने परिवार के बैंक खाता में पैसा डलवाया है. ग्रामीण सचिव और साहयक लिपिक की शिकायत करने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा, साथ ही जांच की मांग की.

ग्रामीणों ने सचिव पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप


ग्रामीणों ने कलेक्टर से मांग की है कि सचिव और साहयक को पद से हटाया जाए. ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिन पहले ग्राम पंचायत बागबरधिया में उनके द्वारा ताला लगाया गया था. जिसको लेकर काफी हंगामा हुआ था. जांच करने के लिए वहां पर अधिकारी आए थे लेकिन ग्रामीण उनसे संतुष्ट नहीं हुए और उन्हें वहां से वापस भेज दिया. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक जांच नहीं हो जाती ताला नहीं खोला जाएगा.

मनरेगा के तहत लगभग 50 ग्रामीणों को नहीं मिला वेतन
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सचिव और सहायक लिपिक की मिलीभगत से फर्जी हाजिरी और गमन किया गया. जिसके कारण जिन ग्रामीणों ने काम किया उनका वेतन नहीं हो पाया और वह परेशान है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.