छिंदवाड़ा। जिले में मनरेगा के अंतर्गत अभिनव पहल करते हुए आजीविका नैनो ऑर्चर्ड अनुदान योजना विकसित की गई है. इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में चयनित परिवारों के घरों के पीछे स्थित बाड़ियों में 50- 50 फलदार पौधों का रोपण किया जाएगा.
जिले में लगभग 11 हजार से अधिक हितग्राही चयनित किए जाएंगे और जुलाई में 5 लाख से अधिक फलदार पौधों का रोपण किया जाएगा. इस योजना से पौधारोपण उद्यानिकी विकास व जल संरक्षण के साथ ही हितग्राहियों और गांव की सामूहिक अर्थव्यवस्था का भी विकास होगा.
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेंद्र सिंह नागेश ने बताया कि फलोद्यान विकसित करने में पौधों की सुरक्षा महत्वपूर्ण विषय होती है. बाड़ी सामान्यतः घरों के साथ सुरक्षित होती है और ऐसी दशा में पानी की उपलब्धता भी आसानी से हो जाती है. इसलिए इस योजना को अमलीजामा पहनाया जा रहा है, जिससे पौधे विकसित होने के साथ ही सुरक्षित भी रहेंगे और हितग्राही को आर्थिक लाभ भी हो सकेगा.
अभी तक इस योजना में 5474 हितग्राहियों का चयन किया जा चुका है तथा गड्ढों की खुदाई का काम भी प्रगति पर है. सबसे अधिक प्रगति जनपद पंचायत तामिया में है जहां 1179 हितग्राहियों द्वारा खुदाई का काम किया जा रहा है.