ETV Bharat / state

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले में मजदूरों को मिलने लगा रोजगार

छिंदवाड़ा में मजदूरों को मनरेगा के तहत रोजगार मिलने लगा है. वन विभाग सभी मजदूर को वृक्षारोपण का काम देकर उन्हें चार पैसें की मदद मुहैया करा रहा है. पढ़िए पूरी खबर...

Working laborers
काम करते मजदूर
author img

By

Published : Jun 20, 2020, 4:15 AM IST

छिंदवाड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह नगर छिंदवाड़ा में मजदूरों को मनरेगा के तहत रोजगार मिलने लगा है. कोरोना वायरस के कारण दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूर काम पर लौटने लगे हैं. लॉकडाउन के बाद से आर्थिक संकट से जूझ रहे मजदूरों को वन विभाग के प्रयास से काम मिलने लगा है. वन विभाग सभी मजदूर को वृक्षारोपण का काम देकर उन्हें रोजगार मुहैया करा रहा है.

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले में मजदूरों को मिलने लगा रोजगार

पांढुर्णा तहसील के राजडोंगरी गांव में मनरेगा के तहत वृक्षारोपण का काम 40 मजदूरों को काम मिला है. पांढुर्णा वन परिक्षेत्र अधिकारी दिलीप भलावी के मुताबिक राजडोंगरी गांव के क्षेत्र रकबा 10.00 हेक्टेअर में बांस का वृक्षारोपण किया जा रहा है. इसको लेकर बारिश में पौधरोपण करने के लिए सफाई कार्य किया जा रहा है. सफाई कार्य करते समय मजदूरों द्वारा सोशल डिस्टेसिंग का भी पालन किया जा रहा है.

बता दें कि मनरेगा के अन्तर्गत कराये जा रहे बास वृक्षारोपण का रखरखाव वन विभाग के निर्देशन में ग्राम में गठित स्व:सहायता समूह द्वारा वृक्षारोपण प्रथम वर्ष से पांच वर्ष तक किया जाना है. रेंजर दिलीप भलावी ने बताया कि पांच साल पहले वृक्षारोपण क्षेत्र से होने वाले बास उत्पादन का लाभ सीधे तौर पर स्व सहायता समूहों दिया जाना है.

छिंदवाड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह नगर छिंदवाड़ा में मजदूरों को मनरेगा के तहत रोजगार मिलने लगा है. कोरोना वायरस के कारण दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूर काम पर लौटने लगे हैं. लॉकडाउन के बाद से आर्थिक संकट से जूझ रहे मजदूरों को वन विभाग के प्रयास से काम मिलने लगा है. वन विभाग सभी मजदूर को वृक्षारोपण का काम देकर उन्हें रोजगार मुहैया करा रहा है.

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले में मजदूरों को मिलने लगा रोजगार

पांढुर्णा तहसील के राजडोंगरी गांव में मनरेगा के तहत वृक्षारोपण का काम 40 मजदूरों को काम मिला है. पांढुर्णा वन परिक्षेत्र अधिकारी दिलीप भलावी के मुताबिक राजडोंगरी गांव के क्षेत्र रकबा 10.00 हेक्टेअर में बांस का वृक्षारोपण किया जा रहा है. इसको लेकर बारिश में पौधरोपण करने के लिए सफाई कार्य किया जा रहा है. सफाई कार्य करते समय मजदूरों द्वारा सोशल डिस्टेसिंग का भी पालन किया जा रहा है.

बता दें कि मनरेगा के अन्तर्गत कराये जा रहे बास वृक्षारोपण का रखरखाव वन विभाग के निर्देशन में ग्राम में गठित स्व:सहायता समूह द्वारा वृक्षारोपण प्रथम वर्ष से पांच वर्ष तक किया जाना है. रेंजर दिलीप भलावी ने बताया कि पांच साल पहले वृक्षारोपण क्षेत्र से होने वाले बास उत्पादन का लाभ सीधे तौर पर स्व सहायता समूहों दिया जाना है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.