छिंदवाड़ा। जिले में कांग्रेस नेता बंटी पटेल द्वारा एसडीएम के चहरे पर कालिख पोतने के बाद प्रशासन का पारा चढ़ा हुआ है. अब प्रशासन कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई में जुटा गया है. जिसके चलते एक ओर जहां बंटी पटेल को रासुका के तहत जेल में डाल दिया गया है. वहीं संघर्ष पदयात्रा में शामिल पूर्व विधायक गंभीर सिंह पटेल के व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर प्रशासन लगातार दबिश दे रहा है, जिसमें उनकी चौरई स्थित पेट्रोल पंप को अवैध बताते हुए सील कर दिया गया है, इसके अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश अग्रवाल की मंडी स्थित गल्ला दुकान एवं गोदाम को भी वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश पर सील कर दिया गया है.
दरअसल, बाढ़ पीड़ितों को मुआवजे की मांग को लेकर पूर्व विधायक गंभीर सिंह के नेतृत्व में संघर्ष पदयात्रा नकाली गई थी. यात्रा के समापन के दौरान कांग्रेस नेता बंटी पटेल ने ज्ञापन लेने आए एसडीएम सीपी पटेल के चेहरे पर कालिख पोत दी. इस घटना के बाद प्रशासनिक हलकों में काफी आक्रोश है. यही कारण है कि घटना के कुछ ही देर बाद बंटी पटेल सहित 22 कांग्रेसियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया था. अब कांग्रेसी नेताओं के व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में लगातार दबिश देकर जांच की जा रही है. इसी कड़ी में अनियमितता पाए जाने पर पूर्व विधायक के पेट्रोल पंप को सील कर दिया गया है.
गंभीर सिंह के अलावा कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष ओम प्रकाश अग्रवाल के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है, जिसमें उनकी गल्ला गोदाम एवं दुकान को सील किया गया है. मौके से मिली जानकारी के अनुसार राजस्व विभाग एवं कृषि उपज मंडी विभाग के अधिकारियों द्वारा दुकान और गोदाम को सील करते हुए दस्तावेज और पंचनामा बनाने की कार्रवाई की गई है. इस दौरान उपस्थित अधिकारियों ने बताया है कि प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर कार्रवाई की जा रही है. कार्रवाई पर ओम प्रकाश अग्रवाल ने कहा है कि राजनीतिक द्वेष की भावना से कार्रवाई की जा रही है, हमारे सभी दस्तावेज सही हैं. प्रशासन जांच कर उचित कार्रवाई कर सकता है.