MP Local Body Election 2022 : CM शिवराज ने कसा तंज, उद्धव ठाकरे से कमलनाथ ने कहा होगा- हम तो डूबे सनम, तुम्हें भी ले डूबेंगे - हम तो डूबे सनम तुम्हें भी ले डूबेंगे
नगरीय निकाय का चुनाव प्रचार करने छिंदवाड़ा पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पूर्व सीएम कमलनाथ को आड़े हाथों लिया. सीएम शिवराज ने कहा कि कमलनाथ खुद की सरकार तो बचा नहीं पाए और चले गए महाराष्ट्र में आघाड़ी की सरकार बचाने. सीएम ने कहा कि कमलनाथ ने मुंबई पहुंचकर उद्धव ठाकरे से शायद यही कहा होगा कि हम तो डूबे सनम, तुम्हें भी ले डूबेंगे. (Cm Shivraj comments on Kamalnath) (Kamal Nath snatched rights of children) (Why Kamal Nath stopped sambal scheme)
छिंदवाड़ा। नगरीय निकाय चुनाव का प्रचार करने छिंदवाड़ा पहुंचे सीएम शिवराज सिंह पूर्व सीएम कमलनाथ पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने खुद के बेटे को सांसद बनाकर छिंदवाड़ा के बच्चों का हक छीना है. सम्बल योजना बंदकर प्रसूताओं और बच्चों को मिलने वाले लड्डू देना बंद कर दिया. कमलनाथ से सवाल करते हुए सीएम ने कहा कि लाडली लक्ष्मी योजना सहित गरीबो के हित के लिए बनाई गई योजना इनके मुख्यमंत्री कार्यकाल में बंद हुई हैं. सीएम शिवराज ने सवाल किया कि छिंदवाड़ा के विकास का दावा किस आधार पर करते हैं.
खुद की सरकार नहीं बचा पाए कमलनाथ: सीएम शिवराज ने कहा कि खुद की सरकार बचा नहीं पाए और चले उद्धव को संभालने के लिए. ये कितना हास्यास्पद है कि महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक संकट को संभालने के लिए कमलनाथ को जिम्मेदारी दी गई है. कमलनाथ पर तंज कसते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि एमपी खुद की सरकार बचा नहीं पाए और महाराष्ट्र की संभालने गए हैं. कमलनाथ ने मुंबई जाकर उद्धव ठाकरे से शायद यही कहा होगा कि सनम हम तो डूबे हैं, तुम्हे भी ले डूबेंगे.
खुद के लिए कमलकुंज, गरीब के लिए क्या : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ ने खुद तो कमलकुंज जैसा बड़ा बंगला बना लिया, लेकिन गरीबों के लिए उनके मुख्यमंत्री रहते हुए केंद्र सरकार से दिए गए आवासों में कई आवास लौटा दिए, क्योंकि मध्य प्रदेश सरकार को कुछ अंश राशि देनी पड़ती है. तंज कसते हुए सीएम ने कहा कि खुद का घर कमलकुंज बन गया है तो गरीबों के सिर पर भी छत बन जाने देते. आपने गरीबों के साथ बड़ा पाप किया है. (Cm Shivraj comments on Kamalnath) (Kamal Nath snatched rights of children) (Why Kamal Nath stopped sambal scheme)