छिंदवाड़ा। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते तीज त्योहारों पर काफी प्रभाव पड़ा है, प्रदेश के तमाम जेलों में कैद कैदियों को उनकी बहनें इस साल राखी नहीं बांध पा रही हैं. ऐसा ही हाल रहा छिंदवाड़ा की जेल का जहां कोरोना संकट के चलते 600 कैदियों की कलाई सुनी रह गई. छिंदवाड़ा जेल में रक्षाबंधन के मौके पर सुबह 6 बजे से हर साल जेल परिसर में बहनों की भीड़ लग जाती थी, लेकिन इस बार बहनों को भाइयों से नहीं मिलने दिया गया.
कोरोना के कारण कैदियों से मुलाकात की व्यवस्था स्थगित होने से इस बार जेल में बंद भाइयों को बहन राखी नहीं बांध पा रही हैं. जेल में बंद कैदी रक्षाबंधन त्योहार का बेसब्री से इंतजार करते थे, लेकिन इस बार मायूसी ही हाथ लगी. छिंदवाड़ा जेल में पिछले साल लगभग 600 कैदियों ने धूमधाम से रक्षाबंधन का त्योहार मनाया था, लेकिन इस बार उन सब की कलाई सूनी रही.
हर साल की तरह जेल में बंद कैदियों की बहनें भाइयों से मिलने राखी लेकर तो आईं पर पाबंदी के कारण भाई की कलाई में राखी बांधना तो दूर उनसे मिलने तक नहीं दिया गया. पहले कैदी भाइयों को जेल प्रशासन विशेष निगरानी में बारी-बारी से बुलाकर बहनों से राखी बंधवाने की व्यवस्था करता था, लेकिन इस बार बहनों को मिठाइयां और हल्दी चंदन अक्षत की थाली उसी तरह वापस लेकर लौटना पड़ा.