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पट्टा धारकों के अवैध खनन पर खनिज और राजस्व विभाग की टीम ने की संयुक्त कार्रवाई

लवकुशनगर के बदौराकला में अवैध उत्खनन के खिलाफ खनिज और राजस्व विभाग की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए, स्वीकृत एरिया से अधिक अवैध उत्खनन करने पर पट्टाधारकों के खिलाफ कार्रवाई की है.

Mineral and Revenue Department took joint action against Illegal stone quarrying
वैध पत्थर उत्खनन के खिलाफ खनिज और राजस्व विभाग की संयुक्त कार्रवाई
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Published : Jul 1, 2020, 1:02 PM IST

छतरपुर। जिले के लवकुशनगर अनुविभाग के प्रकाशबम्होरी, घटहरी, बदौराकला में स्वीकृत पत्थर खदानों में पट्टाधारकों के द्वारा अवैध खनन किए जाने का मामला सामने आया है. सोमवार को खनिज और राजस्व विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्वीकृत एरिया से अधिक अवैध पत्थर उत्खनन करते पाए जाने पर पट्टाधारकों कर खिलाफ कार्रवाई की. खनिज निरीक्षक अजय मिश्रा ने बताया की, इन सभी पट्टाधारकों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा. साथ ही जवाब संतोषजनक न होने पर लीज निरस्तीकरण की कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी.

स्वीकृत एरिया से कई गुना किया गया खनन

लवकुशनगर अनुविभाग क्षेत्र के बदौराकला में स्वीकृत पत्थर खदान के खसरा क्रमांक 1155 में निरीक्षण करने पहुंची खनिज विभाग की टीम ने 50 हजार घन मीटर से अधिक पत्थर का अवैध उत्खनन करते हुए पाया. इस खसरे में धर्मेन्द्र द्विवेदी, अखलेश द्विवेदी, विनोद तिवारी, सौरभ तिवारी ने शासन द्वारा जारी 1996 गौण खनिज शर्तो का उल्लंघन किया है. इसी तरह घटहरी के खसरा क्रमांक 664, 387 388 में स्वीकृत एरिया से कई गुना अधिक उत्खनन किया जा रहा था, खनिज टीम ने इन खसरा नंबरों पर मौका स्थल पर पहुंचकर पंचनामा तैयार किया.

पट्टाधारक के नहीं मिलने पर सिर्फ मौका स्थल की हुई कार्रवाई

खनिज और राजस्व टीम के पहुंचने से पहले ही माफिया पत्थर का अवैध उत्खनन कर रही एलएनटी मशीनों को उठा ले गए थे. मौके पर खनन के सभी साक्ष्यों को मिटाने के प्रयास भी किया गया है, हालांकि खनिज विभाग ने इन माफियाओं के खिलाफ अवैध उत्खनन की कार्रवाई की है.

स्वीकृत एरिया में न बोर्ड लगे मिले और न तार फेंसिंग

पट्टाधारकों को ऊंची पहुंच और पैसे की ठसक के सामने खनिज विभाग का रत्ती भर भी डर नहीं रहा गया है. यही वजह है कि इन पट्टाधारकों ने नियम शर्तो का पालन न करते हुए, स्वीकृत खदान में कुल स्वीकृत रकवा का न तो बोर्ड लगाया और ना ही पिलर गाड़े, साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से खदान के चारों ओर न तार फेंसिंग की गई.

खदान संचालकों के पास नहीं डीजीएमएस की परमीशन

ग्रामीणों ने बताया की, खनिज विभाग ने जिन पत्थर खदानों पर कार्रवाई की है, उन संचालकों के पास डीजीएमएस (सेफ्टी ऑफ जनरल माइन्स एंड सेफ्टी की परमीशन) नहीं है. ग्रामीणों का आरोप है की, ग्वालियर स्थित इस कार्यालय के अधिकारी खदान एरिया का निरीक्षण करते हैं, लेकिन जब कार्रवाई की बात आती है तो हाथ खींच लेते हैं. यही वजह है की, पत्थर संचालक बेखौफ होकर डीजीएमएस की परमीशन लेने से बचते रहते है

कार्रवाई के बाद भी नहीं मान रहे माफिया

खनिज विभाग ने सोमवार को खसरा क्रमांक- 1155 में पहुंचकर अवैध उत्खनन की कार्रवाई की. इसके पहले भी 14 नवंबर 2019 को इसी खसरे नंबर पर खनिज और राजस्व टीम ने अवैध उत्खनन करते छह एलएनटी मशीनों सहित दो कंप्रेसर ट्रैक्टर जब्त किए थे. जिन्हें प्रकाशबम्होरी थाने में रखवाया गया था, हालांकि यह मशीने कुछ जुर्माने के बाद छूट गई थी. वहीं माफियाओं ने एक बार फिर इसी जगह खनन शुरू कर दिया.

खनिज विभाग को इस बार मौंके पर एक भी मशीन नहीं मिली, लेकिन अवैध उत्खनन होता हुआ मिला. इस कार्रवाई में खनिज अधिकारी अमित मिश्रा, खनिज निरीक्षक अजय मिश्रा, नायब तहसीलदार सुनील बाल्मीक सहित खनिज और राजस्व अमला शामिल रहा.

छतरपुर। जिले के लवकुशनगर अनुविभाग के प्रकाशबम्होरी, घटहरी, बदौराकला में स्वीकृत पत्थर खदानों में पट्टाधारकों के द्वारा अवैध खनन किए जाने का मामला सामने आया है. सोमवार को खनिज और राजस्व विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्वीकृत एरिया से अधिक अवैध पत्थर उत्खनन करते पाए जाने पर पट्टाधारकों कर खिलाफ कार्रवाई की. खनिज निरीक्षक अजय मिश्रा ने बताया की, इन सभी पट्टाधारकों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा. साथ ही जवाब संतोषजनक न होने पर लीज निरस्तीकरण की कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी.

स्वीकृत एरिया से कई गुना किया गया खनन

लवकुशनगर अनुविभाग क्षेत्र के बदौराकला में स्वीकृत पत्थर खदान के खसरा क्रमांक 1155 में निरीक्षण करने पहुंची खनिज विभाग की टीम ने 50 हजार घन मीटर से अधिक पत्थर का अवैध उत्खनन करते हुए पाया. इस खसरे में धर्मेन्द्र द्विवेदी, अखलेश द्विवेदी, विनोद तिवारी, सौरभ तिवारी ने शासन द्वारा जारी 1996 गौण खनिज शर्तो का उल्लंघन किया है. इसी तरह घटहरी के खसरा क्रमांक 664, 387 388 में स्वीकृत एरिया से कई गुना अधिक उत्खनन किया जा रहा था, खनिज टीम ने इन खसरा नंबरों पर मौका स्थल पर पहुंचकर पंचनामा तैयार किया.

पट्टाधारक के नहीं मिलने पर सिर्फ मौका स्थल की हुई कार्रवाई

खनिज और राजस्व टीम के पहुंचने से पहले ही माफिया पत्थर का अवैध उत्खनन कर रही एलएनटी मशीनों को उठा ले गए थे. मौके पर खनन के सभी साक्ष्यों को मिटाने के प्रयास भी किया गया है, हालांकि खनिज विभाग ने इन माफियाओं के खिलाफ अवैध उत्खनन की कार्रवाई की है.

स्वीकृत एरिया में न बोर्ड लगे मिले और न तार फेंसिंग

पट्टाधारकों को ऊंची पहुंच और पैसे की ठसक के सामने खनिज विभाग का रत्ती भर भी डर नहीं रहा गया है. यही वजह है कि इन पट्टाधारकों ने नियम शर्तो का पालन न करते हुए, स्वीकृत खदान में कुल स्वीकृत रकवा का न तो बोर्ड लगाया और ना ही पिलर गाड़े, साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से खदान के चारों ओर न तार फेंसिंग की गई.

खदान संचालकों के पास नहीं डीजीएमएस की परमीशन

ग्रामीणों ने बताया की, खनिज विभाग ने जिन पत्थर खदानों पर कार्रवाई की है, उन संचालकों के पास डीजीएमएस (सेफ्टी ऑफ जनरल माइन्स एंड सेफ्टी की परमीशन) नहीं है. ग्रामीणों का आरोप है की, ग्वालियर स्थित इस कार्यालय के अधिकारी खदान एरिया का निरीक्षण करते हैं, लेकिन जब कार्रवाई की बात आती है तो हाथ खींच लेते हैं. यही वजह है की, पत्थर संचालक बेखौफ होकर डीजीएमएस की परमीशन लेने से बचते रहते है

कार्रवाई के बाद भी नहीं मान रहे माफिया

खनिज विभाग ने सोमवार को खसरा क्रमांक- 1155 में पहुंचकर अवैध उत्खनन की कार्रवाई की. इसके पहले भी 14 नवंबर 2019 को इसी खसरे नंबर पर खनिज और राजस्व टीम ने अवैध उत्खनन करते छह एलएनटी मशीनों सहित दो कंप्रेसर ट्रैक्टर जब्त किए थे. जिन्हें प्रकाशबम्होरी थाने में रखवाया गया था, हालांकि यह मशीने कुछ जुर्माने के बाद छूट गई थी. वहीं माफियाओं ने एक बार फिर इसी जगह खनन शुरू कर दिया.

खनिज विभाग को इस बार मौंके पर एक भी मशीन नहीं मिली, लेकिन अवैध उत्खनन होता हुआ मिला. इस कार्रवाई में खनिज अधिकारी अमित मिश्रा, खनिज निरीक्षक अजय मिश्रा, नायब तहसीलदार सुनील बाल्मीक सहित खनिज और राजस्व अमला शामिल रहा.

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