छतरपुर। तस्वीरों में दिख रहे ये सिक्के मामूली नहीं, बल्कि बेहद खास हैं क्योंकि ये सिक्के जापान, इग्लैण्ड, अमेरिका, थाइलैंड जैसे देशों के हैं. जिन्हें सहेजने का काम कर रहे हैं बिजावर के केदारनाथ विश्ववारी, सभी देशों की करेंसी जुटाने का शौक ही इन्हें खास बनाती है.
केदारनाथ विश्ववारी ने सिक्कों का एक बड़ा संग्रहालय बनाया है. जिसमें 40 देशों के करीब एक हजार से भी ज्यादा सिक्कों को सहेज कर रखा गया है. इनमें भारती की आजादी के पहले और बाद के सिक्के भी शामिल हैं, जबकि विदेशी सिक्कों के तौर पर यूएसए में चलने वाली सेंट मुद्रा, जापान की येन, यूरोप की यूरो, यूके की पौंड और पेन्स जैसे बड़े देशों के सिक्के इस संग्रहालय में मौजूद हैं.
बिजावर में किराने की दुकान चलाने वाले केदारनाथ बताते हैं कि सिक्के जमा करने का उनका शौक कब जुनून में बदल गया, उन्हें खुद भी पता नहीं चला. सिक्के जुटाने का जुनून ऐसा चढ़ा कि जो भी विदेश यात्रा पर जाता, वह उनसे वहां के सिक्के लाने के लिए कह देते और कई सिक्कों की खोजकर उन्होंने खुद उसे संग्रहालय में रखा है.
केदारनाथ के सिक्कों के इस अद्भुत कलेक्शन को देखने अक्सर लोग उनके संग्रहालय पहुंचते है क्योंकि इसमें अकबर, शाहजहां से लेकर ब्रिटिश शासनकाल के सिक्के आज भी देखने को मिल जाते हैं. केदारनाथ ने अलग-अलग देशों के इन सिक्कों को सहेजने का जो काम किया है. वह वाकई अद्भुत और सराहनीय है.