छतरपुर। जिले की चंदला विधानसभा क्षेत्र के गौरिहार थाना क्षेत्र अंतर्गत पिछले महीने की 25 तारीख को लटोरा अहिरवार की लाश संदिग्ध हालत में उसके ही खेत पर मिली थी. कई दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस इस मामले को नहीं सुलझा सकी, परिवार के लोग लगातार गांव में ही रहने वाले एक व्यक्ति पर हत्या का शक जताते रहे. पीड़ित परिवार के लोगों ने कई बार पुलिस थाने के चक्कर भी लगाए, लेकिन गौरिहार थाना प्रभारी सरिता बर्मन ने इस मामले में किसी भी प्रकार की कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई.
एक महीना बीत जाने के बाद जब परिवार के लोगों ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के पास अपनी आपबीती सुनाई तो, गौरिहार थाना प्रभारी सरिता बर्मन ने उल्टा पीड़ित पक्ष के रिश्तेदारों से ही पूछताछ शुरु कर दी. पीड़ित परिवार के लोगों का कहना है कि, थाना प्रभारी सरिता बर्मन ने पैसे लेकर मामले को दबाने की कोशिश की है. इसी बात को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है, ग्रामीणों की मांग है कि, जब तक इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हो जाती, थाना प्रभारी को हटा दिए जाए. अपनी मांग को लेकर ग्रामीण एसपी ऑफिस के सामने धरने पर बैठ गए. प्रदर्शकारियों को पूर्व बीजेपी विधायक विजय बहादुर सिंह का भी साथ मिल गया, उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. विजय बहादुर का कहना है कि, भले ही प्रदेश में बीजेपी की सरकार हो, लेकिन अगर उनकी विधानसभा क्षेत्र के लोगों को न्याय नहीं मिलता, तो वो इसी तरह धरने पर बैठे रहेंगे.
एसपी ऑफिस में बढ़ते हंगामे को देखते हुए छतरपुर एसपी सचिन शर्मा ने आनन- फानन में एसपी कार्यालय के प्रांगण के अंदर ही एक छोटी सी सभा लगाई. साथ ही आनन-फानन में 1 घंटे के अंदर मामले में उच्च स्तरीय जांच कराने की बात कही. थाना प्रभारी सरिता बर्मन को लाइन अटैच कर दिया गया और पीड़ितों को जल्द से जल्द न्याय दिलाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद ग्रामीणों ने हंगामा शांत किया.