भोपाल। प्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है, जिसके कारण प्रदेश के कई जिलों में लगातार संक्रमण बढ़ता जा रहा है. वहीं भोपाल में भी लगातार कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं जिससे प्रशासन की चिंताएं भी बढ़ गई हैं. प्रशासन कोरोना को रोकने के लिए हर मुमकिन प्रयास और तरह-तरह के नवाचार कर रहा है लेकिन कुछ भी काफी नहीं हो रहा. यही कारण है कि भोपाल में रोजाना 100 से ज्यादा संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं.
![Collector issued order](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-bho-02-all-festival-government-decision-10001_17082020215945_1708f_03428_189.jpg)
वहीं बढ़ता कोरोना संक्रमण अब धार्मिक आस्थाओं पर भी भारी पड़ता जा रहा है, जिसकी वजह से अगस्त और सितंबर माह में होने वाले धार्मिक आयोजनों पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है. और सार्वजनिक स्थलों पर किसी भी तरह की मूर्ति स्थापना, झांकी स्थापना और ताजिए स्थापना करने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है, वहीं इस संबंध में भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने आदेश जारी कर दिए हैं.
वहीं कुछ दिनों पहले ही सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना संक्रमण की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया था कि किसी भी तरह से मूर्तियों को सार्वजनिक स्थलों पर स्थापित ना किया जाए. क्योंकि आगामी माह में गणेश चतुर्थी और मोहर्रम जैसे कई बड़े त्योहार मनाया जाना है.
बता दें 21 अगस्त से ताजिया शुरु होंगे, वहीं 22 अगस्त से गणेश उत्सव शुरु हो जाएंगे. इसके अलावा 15 अगस्त से 1 सितंबर तक जैन समाज का पर्यूषण पर्व भी मनाया जा रहा है, वहीं 29 अगस्त को ढोल ग्यारस और कत्ल की रात होती है, 30 अगस्त को मोहर्रम रहेगा, 1 सितंबर को अनंत चतुर्दशी का त्योहार है तो वही 2 सितंबर को श्राद्ध पक्ष शुरू हो जाएंगे. 17 सितंबर को पितृ मोक्ष अमावस्या का त्योहार भी मनाया जाएगा .
इन सभी त्योहारों की व्यवस्था के संबंध में गृह विभाग भारत सरकार के आदेश के अनुसार कोई भी धार्मिक कार्य, त्योहार का आयोजन सार्वजनिक स्थलों पर नहीं किया जाएगा और ना ही कोई धार्मिक जुलूस, अन्य बड़े जमावड़े या रैली निकाली जा सकेगी. सार्वजनिक स्थलों पर किसी भी प्रकार की मूर्ति, झांकी और ताजिए आदि स्थापित नहीं किए जाएंगे, इस दौरान आने वाले सभी त्योहारों को लोगों को अपने घरों में रहकर पूजा उपासना कर मनाने होंगे.
इसके अलावा धार्मिक स्थलों पर पूजा पाठ तो जारी रहेगी, लेकिन एक समय में केवल 5 से अधिक व्यक्तियों को एकत्रित नहीं होने दिया जाएगा. इन सभी धार्मिक स्थलों पर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा. वहीं प्रशासनिक टीमों को इन सभी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए, दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन कराने के सख्त निर्देश दिए गए हैं.