भोपाल। मध्यप्रदेश में शराब बंदी को लेकर सरकार की मुश्किलें खड़ी करने वाली पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने एक बार फिर आर पार की लड़ाई की चेतावनी दी है. उमा भारती ने ट्वीट कर शराब के खिलाफ आर-पार की लड़ाई की यह चेतावनी दी है. पूर्व सीएम ने कहा है कि वे जनवरी में संशोधित शराब नीति का इंतजार कर रही हैं. नीति आने के बाद वे शराबबंदी पर फिर मुखर होंगी.
उमा ने दी आर पार की लड़ाई की चेतावनी: उमा भारती ने ट्वीट कर लिखा है कि अब तो शराब पर हमारे सरकार की नई संशोधित शराब नीति जो की जनवरी में घोषित होकर अप्रैल से लागू हो जायेगी, उसी नीति की प्रतीक्षा है. मैं आशान्वित भी हूं, आशंकित भी हूं और जैसा की पहले से ही तय है की 17 जनवरी के बाद आर या पार की लड़ाई भी हो सकती है.
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5) अब तो शराब पर हमारे सरकार की नई संशोधित शराब नीति जो की जनवरी में घोषित होकर अप्रैल से लागू हो जायेगी, उसी नीति की प्रतीक्षा हैं ।
— Uma Bharti (@umasribharti) December 13, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
6) मैं आशान्वित भी हूँ, आशंकित भी हूँ और जैसा की पहले से ही तय है की 17 जनवरी के बाद आर या पार की लड़ाई भी हो सकती हैं । @BJP4MP @ChouhanShivraj
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— Uma Bharti (@umasribharti) December 13, 2022
6) मैं आशान्वित भी हूँ, आशंकित भी हूँ और जैसा की पहले से ही तय है की 17 जनवरी के बाद आर या पार की लड़ाई भी हो सकती हैं । @BJP4MP @ChouhanShivraj5) अब तो शराब पर हमारे सरकार की नई संशोधित शराब नीति जो की जनवरी में घोषित होकर अप्रैल से लागू हो जायेगी, उसी नीति की प्रतीक्षा हैं ।
— Uma Bharti (@umasribharti) December 13, 2022
6) मैं आशान्वित भी हूँ, आशंकित भी हूँ और जैसा की पहले से ही तय है की 17 जनवरी के बाद आर या पार की लड़ाई भी हो सकती हैं । @BJP4MP @ChouhanShivraj
Liquor Ban in MP शराबबंदी को लेकर शुरू हो रहे आंदोलन में उमा भारती के साथ चलेगी शिवराज सरकार
शराबबंदी पर उमा का यू टर्न: उमा भारती अपने बयानों से हमेशा यू टर्न लेती रही हैं. सड़कों पर उतरने की धमकी के बाद उमा ने शिवराज से मुलाकात की और उसके बाद सरकार ने उनके साथ मंच साझा करते हुए शराबबंदी के खिलाफ सामाजिक जागरूकता से शराबबंदी को खत्म करने की बात की. हालांकि सियासी हलकों में अब लोग कहने लगे हैं कि हाशिए पर जा चुकी उमा, इस तरह शराब बंदी का राग छेड़कर खुद को राजनीतिक रूप में जीवित रखना चाहती हैं. सालों से अभियान चलाने का ऐलान किया जा रहा है और कई बार वे इसकी तारीख में भी बदलाव भी कर चुकी हैं
शराबबंदी पर नर्म पड़े उमा भारती के तेवर, बोलीं-सरकार और समाज दोनों को करने होंगे प्रयास
शराबबंदी पर उमा के बदलते मिजाज : शराबबंदी को लेकर पहले 8 मार्च, फिर 15 जनवरी फिर 14 फरवरी और फिर 2 अक्टूबर पर विरोध के बाद जब उमा भारती ने मीडिया के बीच शराब बंदी पर लंबे आंदोलन का ऐलान किया था, तब लगा था कि इस बार उमा भारती 17 साल पुराने उन तेवरों में दिखाई देंगी, जिन तेवरों के लिए उमा भारती जानी जाती हैं. तारीख नजदीक आने लगी तो शुरुआत में तेवर दिखाई भी दिए. प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में शराबबंदी के खिलाफ ट्रेलर दिखाती उमा भारती ने माहौल तो ऐसा बना दिया था कि अंदाजा लग जाए कि जब असल में एक्शन शुरु होगा तब क्या तस्वीर बनेगी, लेकिन 7 नवम्बर आंदोलन की तारीख के पहले साध्वी ने हवा का रुख ही बदल दिया. अब उमा भारती को लेकर सियासी गलियारों में चर्चा इस बात को लेकर थी कि क्या वे अब दोबारा सन्यास लेने जा रही हैं.