भोपाल। छिंदवाड़ा में कांग्रेस नेताओं के प्रदर्शन के दौरान शनिवार को एसडीएम के मुंह पर कालिख पोतने का मामला अब तूल पकड़ता ही जा रहा है. प्रदेश के एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पटवारी, कोटवार ने कालिख पोतने के विरोध में अनिश्चितकाल के लिए काम बंद कर दिया है. राजस्व अधिकारियों का कहना है कि छिंदवाड़ा जैसी घटनाएं कई बार अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ हो चुकी है और ऐसी घटना फिर से ना दोहराई जाए. इसको लेकर वह लंबे समय से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं. राजस्व अधिकारी ने कहा कि जब तक सुरक्षा नहीं दी जाएगी तब तक वो काम बंद रखेंगे. इसके अलावा राजस्व अधिकारी मल्टी कलर बत्ती की भी मांग कर रहे हैं. क्योंकि कई बार बड़ा आंदोलन के समय अधिकारियों की पहचान नहीं हो पाती है, जिससे उन्हें कई बार दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है. इस दौरान राजस्व अधिकारियों अपनी सभी मांगों को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है.
राजस्व अधिकारी कर्मचारी संघ मल्लिका नागर ने बताया कि ऐसी घटना भविष्य में दोबारा न घटे इसके लिए राजस्व अधिकारी हड़ताल पर है. मल्लिका नागर ने कहा कि उन्होंने से अपने ज्ञापन में प्रशासन ने एसडीएम को गनमैन मुहैया कराए जाने की मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि कोरोना संक्रमण और इमरजेंसी सुविधाओं के लिए उनके कर्मचारी और अधिकारी काम में लगे रहेंगे.
प्रदर्शन के दौरन एसडीएम के मुंह पर पोती थी कालिख
गौरतबल है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह में छिंदवाड़ा में शनिवार को किसानों की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं चौरई में एसडीएम कार्यालय का घेराव करने पहुंचे थे. इस दौरान एक कांग्रेस नेता ने एसडीएम सीपी पटेल के मुंह पर कालिख पोत दी थी. इस मामले में कांग्रेस नेता बंटी पटेल और पूर्व विधायक गंभीर सिंह चौधरी के साथ 20 से अधिक लोगों पर चौरई थाने में एसडीएम को जान से मारने की कोशिश करने का मामला दर्ज हुआ है. वहीं कलेक्टर ने कांग्रेस नेता बंटी पटेल पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत लगाने की सिफारिश गृह मंत्रालय को भेज दी है.