भोपाल। राजधानी में 65 साल में पहली बार दशहरा उत्सव स्थानीय दशहरा मैदान में आयोजित नहीं किया गया. ये पहला मौका है, जब दशहरा पर्व पर आतिशबाजियों से गूंजने वाला बैरागढ़ का दशहरा मैदान सूना पड़ा रहा. हालांकि दशहरा उत्सव का आयोजन नवयुवक सभा के द्वारा एक स्थानीय स्कूल के मैदान में किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और विधानसभा प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा भी उपस्थित रहे. कोरोना संक्रमण की वजह से इस साल बैरागढ़ के दशहरा मैदान पर आयोजित होने वाले विजयादशमी के पर्व को स्थगित कर दिया गया था. जिसे एक स्कूल के मैदान में आयोजित किया गया. जिसमें सीमित संख्या में ही लोगों को आमंत्रित किया गया था. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क का विशेष ध्यान रखा गया.
स्कूल परिसर में हुआ रावण दहन
बैरागढ़ में दशहरा पर्व पर बच्चों के द्वारा रामलीला का भी मंचन किया गया. इसके बाद बिना पटाखों वाले रावण का दहन किया गया. सिंधी समाज के द्वारा इस वर्ष रावण दहन में आतिशबाजी का इस्तेमाल नहीं किया गया था, बल्कि रावण दहन के बाद अलग से समाज के लोगों के द्वारा फुलझड़ी जलाकर पर्व मनाया गया.
प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा रहे मौजूद
इस मौके पर मौजूद रामेश्वर शर्मा ने कहा कि, कोरोना संकट की वजह से इस साल रावण का पुतला काफी छोटा बनाया गया है, लेकिन अगले वर्ष भव्य समारोह के साथ दशहरा पर्व मनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि, 'ये अच्छी बात है कि, दशहरा का पर्व अक्टूबर माह में मनाया जा रहा है, यदि ये दशहरा 5 अगस्त को मनाया जाता, तो बहुत सारे राम इस समय यहां मैदान में उपस्थित होते, क्योंकि 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा राम मंदिर का शिलान्यास किया गया था. जिस राम मंदिर की कल्पना देश के हर एक व्यक्ति के द्वारा की गई थी. अब वो अपना रूप ले रही है. इस देश ने कई वर्षों तक राम मंदिर का इंतजार किया गया है और इसके लिए न जाने कितने हमारे पूर्वजों ने संघर्ष किया है'.
कार्यक्रम में सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर भी हुईं शामिल
भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि, 'भारत में रामराज्य आने वाला है. दशहरा के पावन पर्व पर सभी देश और प्रदेश वासियों को बहुत सारी शुभकामनाएं. हम सभी को इस देश में रामराज्य लाना है और अधर्म को इस देश से भगाना है, ताकि देश में बुराई ना फैल सके. दशहरा का ये उत्सव हमें सिखाता है कि, धर्म की हमेशा ही विजय होती है. उन्होंने कहा कि, रावण देशद्रोही था, उसने अपने देश के साथ ही गद्दारी की. जिस समय उसने माता सीता का हरण किया था, वो तब जानता था कि, वो स्वयं नारायण से युद्ध करने जा रहा है और वो उनसे विजय नहीं हो सकता है, लेकिन फिर भी उसने अपने देश को बर्बाद कर दिया.
साध्वी ने की कमलनाथ के बयान की निंदा
वहीं उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा इमरती देवी पर की गई टिप्पणी पर कहा कि, 'महिलाओं को लेकर इस तरह के शब्दों की मैं घोर निंदा करती हूं, इस तरह के शब्दों का उपयोग कभी भी नहीं होना चाहिए. क्योंकि इस तरह के शब्दों से कहीं ना कहीं महिलाओं को अपमानित करने का काम होता है.