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बांग्लादेश स्वतंत्रता दिवस पर कांग्रेस का बड़ा कार्यक्रम, इंदिरा गांधी के शौर्य से युवाओं को कराएगी परिचित

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Published : Nov 30, 2019, 6:33 PM IST

Updated : Nov 30, 2019, 7:41 PM IST

भोपाल में आगामी 16 दिसंबर को बांग्लादेश के स्वतंत्रता दिवस पर कांग्रेस शौर्य स्मारक पर एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन कर रही है, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किस तरह से बांग्लादेश को पाकिस्तान से मुक्त कराने की पहल की थी, उसे जनता को दिखाया जाएगा.

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इंदिरा गांधी के शौर्य से युवाओं को परिचित कराएगी कांग्रेस


भोपाल। जिस तरह अटल बिहारी के शौर्य को दिखाने के लिए बीजेपी कारगिल विजय दिवस मनाती है, ठीक उसी तरह अब कमलनाथ सरकार भी बांग्लादेश मुक्ति दिवस को कांग्रेस की शौर्य गाथा के रूप में दिखाएगी. इसके लिए कमलनाथ सरकार ने तय किया है कि आगामी 16 दिसंबर को बांग्लादेश के स्वतंत्रता दिवस पर भोपाल के शौर्य स्मारक पर बांग्लादेश मुक्ति संग्राम की गाथा सुनाई जाएगी.

आयोजन में मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित कांग्रेस के तमाम नेता शामिल होंगे.16 दिसंबर को होने वाले कार्यक्रम में बांग्लादेश मुक्ति संग्राम को भारत की कूटनीति, आर्थिक और सैन्य जीत के रूप में पेश किया जाएगा. कांग्रेस का कहना है कि जिस तरह मोदी सरकार पाकिस्तान के मामले में अपनी उपलब्धियों को दिखाती है, उसी तरह कांग्रेस भी अपनी उपलब्धियों को लोगों के सामने लाएगी.

इंदिरा गांधी के शौर्य से युवाओं को परिचित कराएगी कांग्रेस
कमलनाथ सरकार ने तय किया है कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के कार्यकाल में बांग्लादेश को पाकिस्तान से मुक्त कराने की पहल को जनता के सामने लाया जाएगा, खासकर युवाओं को बताया जाएगा कि आखिर किस तरह इंदिरा गांधी ने 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ जंग छेड़कर, पाकिस्तान के दो टुकड़े करते हुए बांग्लादेश को नए राष्ट्र के रूप में स्थापित कराया था.


भोपाल। जिस तरह अटल बिहारी के शौर्य को दिखाने के लिए बीजेपी कारगिल विजय दिवस मनाती है, ठीक उसी तरह अब कमलनाथ सरकार भी बांग्लादेश मुक्ति दिवस को कांग्रेस की शौर्य गाथा के रूप में दिखाएगी. इसके लिए कमलनाथ सरकार ने तय किया है कि आगामी 16 दिसंबर को बांग्लादेश के स्वतंत्रता दिवस पर भोपाल के शौर्य स्मारक पर बांग्लादेश मुक्ति संग्राम की गाथा सुनाई जाएगी.

आयोजन में मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित कांग्रेस के तमाम नेता शामिल होंगे.16 दिसंबर को होने वाले कार्यक्रम में बांग्लादेश मुक्ति संग्राम को भारत की कूटनीति, आर्थिक और सैन्य जीत के रूप में पेश किया जाएगा. कांग्रेस का कहना है कि जिस तरह मोदी सरकार पाकिस्तान के मामले में अपनी उपलब्धियों को दिखाती है, उसी तरह कांग्रेस भी अपनी उपलब्धियों को लोगों के सामने लाएगी.

इंदिरा गांधी के शौर्य से युवाओं को परिचित कराएगी कांग्रेस
कमलनाथ सरकार ने तय किया है कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के कार्यकाल में बांग्लादेश को पाकिस्तान से मुक्त कराने की पहल को जनता के सामने लाया जाएगा, खासकर युवाओं को बताया जाएगा कि आखिर किस तरह इंदिरा गांधी ने 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ जंग छेड़कर, पाकिस्तान के दो टुकड़े करते हुए बांग्लादेश को नए राष्ट्र के रूप में स्थापित कराया था.
Intro:भोपाल। जिस तरह अटल बिहारी सरकार के शौर्य को दिखाने के लिए बीजेपी कारगिल विजय दिवस मनाती है।तो अब मप्र की कमलनाथ सरकार बांग्लादेश मुक्ति दिवस को कांग्रेस की शौर्य गाथा के रूप में दिखाएगी। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तय किया है कि आगामी 16 दिसंबर को बांग्लादेश के स्वतंत्रता दिवस पर राजधानी भोपाल के शौर्य स्मारक बांग्लादेश मुक्ति संग्राम की गाथा सुनाई जाएगी। इस आयोजन में मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित उनका पूरा मंत्रिमंडल शामिल होगा। 16 दिसंबर को शौर्य स्मारक पर होने वाले कार्यक्रम में बांग्लादेश मुक्ति संग्राम को भारत की कूटनीति, आर्थिक और सैन्य जीत के रूप में पेश किया जाएगा। दरअसल,इसके पीछे माना जा रहा है कि जिस तरह से मोदी सरकार पाकिस्तान के मामले में अपनी उपलब्धियों को पेश कर रही है। उसी तरह से कांग्रेस भी पाकिस्तान को लेकर अपनी उपलब्धि जनता के सामने लाएगी।


Body:मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार ने तय किया है कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के कार्यकाल में बांग्लादेश को पाकिस्तान से मुक्त कराने की इंदिरा गांधी की पहल को जनता के सामने लाया जाए। खासकर युवा पीढ़ी को बताया जाए कि किस तरह से वैश्विक दबाव और विपरीत हालातों के बावजूद भी इंदिरा गांधी ने 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ जंग छेड़ कर पाकिस्तान के दो टुकड़े करते हुए बांग्लादेश को नए राष्ट्र के रूप में स्थापित कराया था। इसके लिए कमलनाथ सरकार 16 दिसंबर को राजधानी भोपाल में स्थित शौर्य स्मारक पर बड़ा आयोजन करने जा रही है। इस आयोजन में मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनका मंत्रिमंडल शामिल होगा। बांग्लादेश युद्ध लड़ने वाले सैनिकों और शहीद सैनिकों के परिजनों का सम्मान किया जाएगा। इस युद्ध में मध्यप्रदेश के भी कई लोगों ने सैनिक के रूप में हिस्सा लिया था। इस युद्ध में भारत के डेढ़ हजार से ज्यादा सैनिक शहीद हुए थे और भारत में करीब 96 हजारों पाकिस्तानी सैनिकों का आत्मसमर्पण कर आया था।


Conclusion:कमलनाथ सरकार के इस आयोजन को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि प्रदेश के अंदर युवाओं को बताने के लिए कि आज जिस तरह पाकिस्तान कई प्रांतों जैसे उड़ी और पी ओ के में जिस तरह अत्याचार कर रहा है।इस तरह के अत्याचार उसने बांग्लादेश में भी किए थे। पाकिस्तान के अत्याचार से वहां का आम जनमानस त्रस्त था। इस कारण हिंदुस्तान को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता था।उन दिक्कतों को दूर करने के लिए और पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए उस समय देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश की सेना को भेजकर बांग्लादेश को आजाद कराया था।मात्र 12 दिन के युद्ध में पाकिस्तान को हराया था और पाकिस्तान के 96000 सैनिकों का आत्मसमर्पण कराया था। यह युद्ध देश का ऐसा युद्ध था,जिसमें पाकिस्तान को दो हिस्से में बांटने का काम किया गया था। बांग्लादेश को नए स्वरूप और नए राष्ट्र के रूप में स्थापित किया गया था। आयरन लेडी इंदिरा गांधी का यह देश को तोहफा था। जिन्होंने पाकिस्तान की ताकत को कम किया था और पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांट दिया था। उस शौर्य को लोगों को बताने के लिए 16 दिसंबर को बांग्लादेश के आजादी दिवस पर भोपाल में भी शौर्य स्मारक पर आयोजन किया जाएगा। जिसमें आमजन मानस हिंदुस्तान की सेना और हिंदुस्तान की आयरन लेडी के शौर्य से परिचित होंगे।

नोट - इस खबर पर बीजेपी की प्रतिक्रिया सूर्यकांत शर्मा भेज रहे हैं।
Last Updated : Nov 30, 2019, 7:41 PM IST
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