भोपाल। कमलनाथ सरकार ने बीजेपी नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं. कांग्रेस का कहना है कि पहले प्रदेश में हत्या और अपहरण जैसी वारदातों में शामिल रहने वाले बीजेपी के लोग मिलावटखोरी के धंधे में भी शामिल हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले कुछ मामलों में धरपकड़ हुई है. जिसमें बीजेपी के नेता प्रदेश की जनता को मिलावटी खाद्य सामग्री परोस रहे हैं.
दरअसल मिलावटखोरी के खिलाफ प्रदेश सरकार शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चला रही है. इस अभियान के तहत प्रदेश भर में मिलावट के खिलाफ कार्रवाई हो रही है. जिसके चलते मिलावटखोरी के धंधे में कई आरोपियों का नाम सामने आये था. साथ ही उज्जैन में मिलावटी घी के मामले में कार्रवाई की गई. जिसमें एक भाजपा के नेता को पकड़ा गया था और उस पर रासुका की कार्रवाई की गई थी. यह नेता 2017 में भी मिलावट खोरी के आरोप में पकड़ा गया था. लेकिन केंद्र की सरकार ने व्यक्ति पर लगाए गए रासुका को हटा दिया है.
बता दें कि कमलनाथ सरकार मिलावट के ख़िलाफ़ लगातार अभियान चला रही है. इस अभियान के तहत अभी तक कुल 89 एफ़आईआर, 31 लोगों पर रासुका की कार्रवाई की जा चुकी है. लगभग 7 हजार 4 सौ पच्चीस नमूने जांच के लिये जा चुके हैं.
इस मामले में प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा का कहना है कि भिंड के अकोड़ा में एक मामला सामने आया है. जिसमें भाजपा के एक पार्षद की डेरी से मिलावटी दूध पकड़ा गया है. उन्होंने कहा कि जिस तरह हत्या और अपहरण के मामलों में भाजपा नेताओं के नाम आते थे. उसी तरह अब मिलावटखोरी में भी भाजपा नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं. मिलावटखोरों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जा रही है. 15 वर्ष की भाजपा सरकार ने एक भी मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की.