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हाइड्रोलिक मशीन और क्रेन से ही किया जाएगा दुर्गा विसर्जन, पीसी शर्मा ने लिया तैयारियों का जायजा

भोपाल में दुर्गा विसर्जन घाटों पर व्यवस्थाओं का जायजा लेने के बाद प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने संतोष व्यक्त किया है, उनका कहना है कि 'ये व्यवस्था इसलिए की गई है, क्योंकि हम नहीं चाहते कि किसी भी प्रकार का कोई हादसा दोबारा हो.'

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Published : Oct 9, 2019, 5:04 PM IST

Updated : Oct 9, 2019, 6:50 PM IST

तैयारी की जानकारी देते मंत्री पीसी शर्मा

भोपाल| राजधानी के खटलापुरा में गणेश विसर्जन के दौरान 11 लोगों की मौत के बाद प्रशासन अब कोई भी लापरवाही नहीं करना चाहता, इसी के चलते दुर्गा विसर्जन के लिए चाक-चौबंद तैयारियां की गई हैं. प्रशासन और नगर निगम की टीम ने मिलकर सभी विसर्जन घाटों पर 24 घंटे अधिकारी, कर्मचारियों की तैनाती की गई है. इस बार तालाब के पानी में किसी भी श्रद्धालु को उतरने की इजाजत नहीं है. जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने भोपाल में होने वाले विसर्जन की तैयारियों के बारे में जानकारी दी है.

भोपाल में विसर्जन की तैयारियां


दुर्गा विसर्जन घाटों पर व्यवस्थाओं का जायजा लेने के बाद प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने संतोष व्यक्त किया है, उनका कहना है कि इस बार दुर्गा विसर्जन के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं, आज शाम से दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हो जाएगा, इसके लिए राजधानी के कुछ विसर्जन घाट चिन्हित किए गए हैं, जहां पर प्रशासन और नगर निगम की टीम ने सुरक्षा के मद्देनजर अच्छी तैयारी की है. ऐसा पहली बार हो रहा है जब बड़ी क्रेन और हाइड्रोलिक मशीन से दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा.

व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी देते हुए मंत्री पीसी शर्मा ने बताया -

  • विसर्जन घाटों पर बैरिकेड लगाए गए हैं, इन बैरिकेट्स को पार करके कोई भी व्यक्ति अंदर नहीं आ सकता.
  • प्रतिमाओं के विसर्जन घाट पर पहुंचने के बाद समिति के लोगों को टोकन दिया जा रहा है, उसके मुताबिक ही विसर्जन के लिए घाट पर भेजा जाएगा.
  • पूजा अर्चना करने के बाद प्रतिमा को विसर्जन के लिए नगर निगम के कर्मचारियों को सौंपा जाएगा, जिसके बाद प्रतिमा को हाइड्रोलिक मशीन के जरिए विसर्जित कर दिया जाएगा.
  • बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन बड़ी क्रेन के माध्यम से किया जाएगा. छोटी- छोटी मूर्तियों के लिए अलग से विसर्जन कुंड भी बनाए गए हैं.
  • सभी के लिए पूजा-अर्चना करने के लिए विशेष व्यवस्था भी की गई है.
  • विसर्जन घाटों पर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जाएगी और एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है, जहां से लगातार घाटों की मॉनिटरिंग की जाएगी.

मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि 'ये व्यवस्था इसलिए की गई है, क्योंकि हम नहीं चाहते कि किसी भी प्रकार का कोई हादसा दोबारा हो, इसे देखते हुए अब विशेष तैयारियां की गई हैं, यहां 24 घंटे अधिकारी कर्मचारी तैनात रहेंगे.' बता दें कि राजधानी में आज शाम से विसर्जन का सिलसिला शुरू होगा जो कि गुरुवार शाम तक चलता रहेगा.

भोपाल| राजधानी के खटलापुरा में गणेश विसर्जन के दौरान 11 लोगों की मौत के बाद प्रशासन अब कोई भी लापरवाही नहीं करना चाहता, इसी के चलते दुर्गा विसर्जन के लिए चाक-चौबंद तैयारियां की गई हैं. प्रशासन और नगर निगम की टीम ने मिलकर सभी विसर्जन घाटों पर 24 घंटे अधिकारी, कर्मचारियों की तैनाती की गई है. इस बार तालाब के पानी में किसी भी श्रद्धालु को उतरने की इजाजत नहीं है. जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने भोपाल में होने वाले विसर्जन की तैयारियों के बारे में जानकारी दी है.

भोपाल में विसर्जन की तैयारियां


दुर्गा विसर्जन घाटों पर व्यवस्थाओं का जायजा लेने के बाद प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने संतोष व्यक्त किया है, उनका कहना है कि इस बार दुर्गा विसर्जन के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं, आज शाम से दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हो जाएगा, इसके लिए राजधानी के कुछ विसर्जन घाट चिन्हित किए गए हैं, जहां पर प्रशासन और नगर निगम की टीम ने सुरक्षा के मद्देनजर अच्छी तैयारी की है. ऐसा पहली बार हो रहा है जब बड़ी क्रेन और हाइड्रोलिक मशीन से दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा.

व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी देते हुए मंत्री पीसी शर्मा ने बताया -

  • विसर्जन घाटों पर बैरिकेड लगाए गए हैं, इन बैरिकेट्स को पार करके कोई भी व्यक्ति अंदर नहीं आ सकता.
  • प्रतिमाओं के विसर्जन घाट पर पहुंचने के बाद समिति के लोगों को टोकन दिया जा रहा है, उसके मुताबिक ही विसर्जन के लिए घाट पर भेजा जाएगा.
  • पूजा अर्चना करने के बाद प्रतिमा को विसर्जन के लिए नगर निगम के कर्मचारियों को सौंपा जाएगा, जिसके बाद प्रतिमा को हाइड्रोलिक मशीन के जरिए विसर्जित कर दिया जाएगा.
  • बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन बड़ी क्रेन के माध्यम से किया जाएगा. छोटी- छोटी मूर्तियों के लिए अलग से विसर्जन कुंड भी बनाए गए हैं.
  • सभी के लिए पूजा-अर्चना करने के लिए विशेष व्यवस्था भी की गई है.
  • विसर्जन घाटों पर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जाएगी और एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है, जहां से लगातार घाटों की मॉनिटरिंग की जाएगी.

मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि 'ये व्यवस्था इसलिए की गई है, क्योंकि हम नहीं चाहते कि किसी भी प्रकार का कोई हादसा दोबारा हो, इसे देखते हुए अब विशेष तैयारियां की गई हैं, यहां 24 घंटे अधिकारी कर्मचारी तैनात रहेंगे.' बता दें कि राजधानी में आज शाम से विसर्जन का सिलसिला शुरू होगा जो कि गुरुवार शाम तक चलता रहेगा.

Intro:प्रशासन ने किए हैं दुर्गा विसर्जन के चाक-चौबंद प्रबंध हाइड्रोलिक मशीन और क्रेन से ही होगा विसर्जन= मंत्री पीसी शर्मा


भोपाल | राजधानी के खटला पुरा में गणेश विसर्जन के दौरान 11 लोगों की मौत के बाद प्रशासन ने दुर्गा विसर्जन के लिए चाक-चौबंद तैयारियां की है प्रशासन और नगर निगम की टीम ने मिलकर सभी विसर्जन घाटों पर 24 घंटे अधिकारी कर्मचारियों की तैनाती की है इस बार तालाब के पानी में किसी भी श्रद्धालु को उतरने की इजाजत नहीं है वहीं अन्य व्यवस्थाओं का लगातार जायजा भी लिया जा रहा है सभी प्रशासनिक अधिकारी समय-समय पर वास्तु स्थिति जानने के लिए विसर्जन घाटों का दौरा भी कर रहे हैं वहीं व्यवस्थाओं का जायजा लेने के बाद प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने संतोष व्यक्त किया है


Body:मंत्री पीसी शर्मा का कहना है कि इस बार दुर्गा विसर्जन के लिए विशेष तैयारियां की गई है आज शाम से दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हो जाएगा इसके लिए राजधानी के कुछ विसर्जन घाट चिन्हित किए गए हैं जहां पर प्रशासन और नगर निगम की टीम के द्वारा काफी अच्छी तैयारी की गई है ऐसा पहली बार हो रहा है जब बड़ी क्रेन और हाइड्रोलिक मशीन के माध्यम से दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा


Conclusion:उन्होंने कहा कि विसर्जन घाटों पर बैरिकेड लगाए गए हैं इन बैरिकेट्स को पार करके कोई भी व्यक्ति अंदर नहीं आ सकता है प्रतिमाओं के विसर्जन घाट पर पहुंचने के बाद समिति के लोगों को टोकन दिया जा रहा है इस टोकन के माध्यम से उनका नंबर आने पर उन्हें सूचित किया जाएगा और वे सभी लोग अपनी आस्था के अनुसार पूजा अर्चना करने के बाद प्रतिमा को विसर्जन के लिए नगर निगम के कर्मचारियों को देंगे कर्मचारियों के माध्यम से प्रतिमा को हाइड्रोलिक मशीन पर रख दिया जाएगा और उसके बाद हाइड्रोलिक मशीन धीरे-धीरे उस प्रतिमा को पीछे की ओर ले जाएगी और पानी में ले जाकर विसर्जित कर देंगे जो प्रतिमाएं बड़े आकार की है उनके लिए बड़ी क्रेन के माध्यम से विसर्जन की प्रक्रिया को किया जाएगा छोटी छोटी मूर्तियों के लिए अलग से विसर्जन कुंड भी बनाए गए हैं जहां श्रद्धालु आसानी से विसर्जन कर सकते हैं यहां सभी लोगों के लिए पूजा-अर्चना करने हेतु विशेष व्यवस्था भी की गई है सभी विसर्जन घाटों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं कंट्रोल रूम भी निर्मित किया गया है जहां लगातार मॉनिटरिंग की जाएगी यह व्यवस्था इसलिए की गई है क्योंकि हम नहीं चाहते हैं कि किसी भी प्रकार का कोई हादसा दोबारा हो इसे देखते हुए अब विशेष तैयारियां की गई है यहां 24 घंटे अधिकारी कर्मचारी तैनात रहेंगे .

बता दें कि राजधानी में आज शाम से विसर्जन का सिलसिला शुरू होगा इसी दौरान चल समारोह भी निकाला जाएगा और यह विसर्जन का सिलसिला गुरुवार शाम तक चलता रहेगा .
Last Updated : Oct 9, 2019, 6:50 PM IST
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