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पीयूष गोयल ने नेशनल टर्मरिक बोर्ड का उद्घाटन किया, निजामाबाद में होगा मुख्यालय - NATIONAL TURMERIC BOARD

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने नई दिल्ली में वाणिज्य भवन में नेशनल टर्मरिक बोर्ड का उद्घाटन किया. इस दौरान मंत्री बंडी संजय कुमार मौजूद रहे.

Piyush Goyal
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (X@PiyushGoyal)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 14, 2025, 5:19 PM IST

नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज नई दिल्ली में वाणिज्य भवन में नेशनल टर्मरिक बोर्ड का उद्घाटन किया. सरकार ने पल्ले गंगा रेड्डी को इसका पहला अध्यक्ष नियुक्त किया है. बोर्ड का मुख्यालय निजामाबाद में स्थापित किया गया है. नेशनल टर्मरिक बोर्ड का शुभारंभ पूरे देश में उत्सव के शुभ दिन के मौके पर हुआ है.

पीयूष गोयल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि आने वाले दिनों में विभिन्न मंत्रालयों के प्रतिनिधि नेशनल टर्मरिक बोर्ड का हिस्सा होंगे. निर्यातकों और उत्पादकों के निकायों के प्रतिनिधियों को भी बोर्ड में शामिल किया जाएगा. मंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि सरकार का लक्ष्य अन्य बोर्डों, जैसे मसाला बोर्ड और अन्य संबंधित बोर्डों के साथ स्ट्रेक्चर के किसी भी डुप्लीकेसी से बचना होगा.

हल्दी को 'गोल्डन मसाला' बताते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नवगठित बोर्ड महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, मेघालय और अन्य सहित 20 राज्यों में हल्दी किसानों के कल्याण पर विशेष ध्यान देगा. उन्होंने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में हल्दी उत्पादन बढ़ाने की अपार संभावनाओं की ओर ध्यान दिलाया और कहा कि हल्दी बोर्ड के गठन से देश में हल्दी उत्पादकों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी.

रिसर्च और डेवलपमेंट को बढ़ावा
मंत्री ने कहा कि यह नया बोर्ड हल्दी के नए उत्पादों के रिसर्च और डेवलपमेंट को भी बढ़ावा देगा और विदेशों में मार्केटिंग के लिए हल्दी से संबंधित उत्पादों के वैल्यू एडिशन पर भी ध्यान देगा. उन्होंने कहा कि बोर्ड हल्दी के आवश्यक और औषधीय गुणों के बारे में जागरूकता पैदा करने, इसकी उपज बढ़ाने के तरीकों और नए बाजारों में व्यापार को बढ़ावा देने के लिए रसद और सप्लाई चैन को बढ़ावा देने पर भी ध्यान देगा.

निर्यात की गुणवत्ता करेगा सुनिश्चित
पीयूष गोयल ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि बोर्ड हल्दी उत्पादन और निर्यात के गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को भी सुनिश्चित करेगा. उन्होंने कहा कि पिछले साल 2023-24 में भारत में 3.05 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हल्दी की खेती की गई थी, जिसमें 10.74 लाख टन उत्पादन हुआ था.उन्होंने बताया कि वैश्विक हल्दी उत्पादन में भारत की हिस्सेदारी 70 फीसदी से अधिक है. उन्होंने यह भी बताया कि भारत में हल्दी की 30 किस्में उत्पादित की जाती हैं.

भारत दुनिया में हल्दी का सबसे बड़ा उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक है. विश्व व्यापार में हल्दी को लेकर भारत की हिस्सेदारी 62 फीसदी से अधिक है. 2023-24 के दौरान 226.5 मिलियन अमरीकी डॉलर मूल्य की 1.62 लाख टन हल्दी और हल्दी उत्पादों का निर्यात किया गया. बता दें कि इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंडी संजय कुमार और निजामाबाद के सांसद अरविंद धर्मपुरी भी मौजूद रहे.

यह भी पढ़ें- पाकिस्तान को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की बड़ी चेतावनी, कहा- PoK में आतंकी कैंप बंद करो वरना...

नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज नई दिल्ली में वाणिज्य भवन में नेशनल टर्मरिक बोर्ड का उद्घाटन किया. सरकार ने पल्ले गंगा रेड्डी को इसका पहला अध्यक्ष नियुक्त किया है. बोर्ड का मुख्यालय निजामाबाद में स्थापित किया गया है. नेशनल टर्मरिक बोर्ड का शुभारंभ पूरे देश में उत्सव के शुभ दिन के मौके पर हुआ है.

पीयूष गोयल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि आने वाले दिनों में विभिन्न मंत्रालयों के प्रतिनिधि नेशनल टर्मरिक बोर्ड का हिस्सा होंगे. निर्यातकों और उत्पादकों के निकायों के प्रतिनिधियों को भी बोर्ड में शामिल किया जाएगा. मंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि सरकार का लक्ष्य अन्य बोर्डों, जैसे मसाला बोर्ड और अन्य संबंधित बोर्डों के साथ स्ट्रेक्चर के किसी भी डुप्लीकेसी से बचना होगा.

हल्दी को 'गोल्डन मसाला' बताते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नवगठित बोर्ड महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, मेघालय और अन्य सहित 20 राज्यों में हल्दी किसानों के कल्याण पर विशेष ध्यान देगा. उन्होंने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में हल्दी उत्पादन बढ़ाने की अपार संभावनाओं की ओर ध्यान दिलाया और कहा कि हल्दी बोर्ड के गठन से देश में हल्दी उत्पादकों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी.

रिसर्च और डेवलपमेंट को बढ़ावा
मंत्री ने कहा कि यह नया बोर्ड हल्दी के नए उत्पादों के रिसर्च और डेवलपमेंट को भी बढ़ावा देगा और विदेशों में मार्केटिंग के लिए हल्दी से संबंधित उत्पादों के वैल्यू एडिशन पर भी ध्यान देगा. उन्होंने कहा कि बोर्ड हल्दी के आवश्यक और औषधीय गुणों के बारे में जागरूकता पैदा करने, इसकी उपज बढ़ाने के तरीकों और नए बाजारों में व्यापार को बढ़ावा देने के लिए रसद और सप्लाई चैन को बढ़ावा देने पर भी ध्यान देगा.

निर्यात की गुणवत्ता करेगा सुनिश्चित
पीयूष गोयल ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि बोर्ड हल्दी उत्पादन और निर्यात के गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को भी सुनिश्चित करेगा. उन्होंने कहा कि पिछले साल 2023-24 में भारत में 3.05 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हल्दी की खेती की गई थी, जिसमें 10.74 लाख टन उत्पादन हुआ था.उन्होंने बताया कि वैश्विक हल्दी उत्पादन में भारत की हिस्सेदारी 70 फीसदी से अधिक है. उन्होंने यह भी बताया कि भारत में हल्दी की 30 किस्में उत्पादित की जाती हैं.

भारत दुनिया में हल्दी का सबसे बड़ा उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक है. विश्व व्यापार में हल्दी को लेकर भारत की हिस्सेदारी 62 फीसदी से अधिक है. 2023-24 के दौरान 226.5 मिलियन अमरीकी डॉलर मूल्य की 1.62 लाख टन हल्दी और हल्दी उत्पादों का निर्यात किया गया. बता दें कि इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंडी संजय कुमार और निजामाबाद के सांसद अरविंद धर्मपुरी भी मौजूद रहे.

यह भी पढ़ें- पाकिस्तान को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की बड़ी चेतावनी, कहा- PoK में आतंकी कैंप बंद करो वरना...

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