नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ऑपरेशन कवच 7.0 के नाम से बड़े पैमाने पर छापेमारी कर रही है. इस सिलसिले में पुलिस ने 100 से ज़्यादा ड्रग हॉटस्पॉट पर छापेमारी की और कई अपराधियों को गिरफ़्तार किया है. स्पेशल कमिश्नर देवेंद्र चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि 24 घंटे में पूरी दिल्ली में 784 स्थानों पर छापे मारे गए. इन छापों के दौरान, 87 एनडीपीएस मामलों में 90 नार्को-अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप बड़ी मात्रा में ड्रग्स व अन्य सामान बरामद हुए हैं. 553.05 ग्राम हेरोइन, 43.028 किलोग्राम गांजा, 199 ग्राम कोकीन और 207600 अल्प्राजोलम की गोलियां जब्त की गईं.
इसके अलावा, दिल्ली आबकारी अधिनियम के तहत 157 मामले दर्ज किए गए, जिसमें 161 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई. इसके अलावा, 27 आर्म्स एक्ट मामलों में 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा, 909 व्यक्तियों को निवारक हिरासत में लिया गया.
🚨 OPERATION KAVACH-7.0 🚨
— Crime Branch Delhi Police (@CrimeBranchDP) February 14, 2025
DELHI POLICE’S MASSIVE CRACKDOWN ON DRUGS & CRIME! (Feb 12-13, 2025)
💥 UNPRECEDENTED ACTION – MAJOR HIGHLIGHTS 💥
🔴 784 locations raided across 15 districts in a high-intensity, coordinated operation!
🔴 Multi-agency strike by Delhi Police, Crime… pic.twitter.com/sOKNfaQVaG
अवैध पान की दुकानों पर भी छापेमारी: इस बारे में कोटपा देवेंद्र चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि ऑपरेशन कवच-7.0 के प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए, 100 मीटर के दायरे में स्थित अवैध पान की दुकानों पर भी छापेमारी की गई और कुल 1407 उल्लंघनकर्ताओं पर कोटपा अधिनियम के तहत मुकदमा चलाया गया. उन्होंने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य आपूर्ति पक्ष (ड्रग तस्करों) पर लक्षित कार्रवाई करना था. यह संयुक्त अभियान दिल्ली पुलिस की ओर से ड्रग के खतरे से निपटने और युवाओं को बचाने के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है. इस तरह के कई छापे 24 घंटों तक चले.
ड्रग व शराब तस्करों में मचा हड़कंप: ऑपरेशन कवच के तहत ड्रग्स और शराब तस्करी का धंधा करने वाले पेडलर्स में हड़कंप मच गया है और उनके मन में अचानक छापेमारी से डर पैदा हो गया है, जिसके परिणामस्वरूप ड्रग्स की आपूर्ति में उल्लेखनीय गिरावट आई है. जमीनी स्तर पर मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस की सख्त कार्रवाई के कारण अधिकांश बड़े ड्रग तस्कर भूमिगत हो गए हैं. इसके अलावा, अब बड़े खिलाड़ी दिल्ली में व्यावसायिक मात्रा में ड्रग लाने से बच रहे हैं. पता चला है कि उन्होंने शहर के बाहर गोदाम बना रखे हैं. नोएडा पुलिस की ओर से बड़ी मात्रा में तस्करी के सामान के साथ एक नाइजीरियाई गिरोह का भंडाफोड़ करना इसका एक उदाहरण है. पहले गांजा मुख्य रूप से दिल्ली लाया जाता था.
तस्करों ने महिलाओं और बच्चों का इस्तेमाल किया: उन्होंने कहा कि पता चला है कि उन्होंने शहर के बाहर गोदाम बना रखे हैं. नोएडा पुलिस की ओर से बड़ी मात्रा में तस्करी के सामान के साथ एक नाइजीरियाई गिरोह का भंडाफोड़ करना इसका एक उदाहरण है. पहले गांजा मुख्य रूप से ट्रकों के माध्यम से बड़ी मात्रा में लाया जाता था. अब, वे कार, ट्रेनों आदि के माध्यम से कम मात्रा में भेजने लगे हैं. इसके अलावा, उन्होंने महिलाओं और बच्चों का भी इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है, ताकि वे पुलिस की नज़रों से बचने के लिए यात्रा कर रहे परिवार की तरह दिखावा कर सकें.