जूनागढ़ः देश का हर नागरिक अपने मताधिकार का प्रयोग कर शहर के भविष्य को तय करना चाहता है. गुजरात के जूनागढ़ नगर निगम के लिए मतदान की प्रक्रिया जारी है. इस लोकतांत्रिक उत्सव में पाकिस्तान की बेटी, जो अब गुजरात की बहू है वह भी भाग लेना चाहती थी. उसे अपने वोटिंग के अधिकार का इस्तेमाल करने का इंतजार था. लेकिन, उसे वोट देने का मौका ही नहीं मिला. इससे वह थोड़ा उदास दिखी.
क्यों नहीं डाल पायी वोटः पाकिस्तान से शादी कर के गुजरात जूनागढ़ में बसी और भारतीय नागरिक बनीं हेमा आहूजा नाम का नाम नगर निगम के वार्ड नंबर 14 में है. उसके वार्ड से एकमात्र प्रत्याशी ने पर्चा दाखिल किया. उसके बाद उसे निर्विरोध विजेता घोषित कर दिया गया. इस वजह से हेमा आहूजा 16 फरवरी को होने वाले मतदान में भाग नही ले सकेगी. जूनागढ़ नगर निगम के लिए वोट नहीं डाल पाने से वो उदास है, लेकिन उम्मीद है कि नवनिर्वाचित प्रतिनिधि जूनागढ़ का विकास करेंगे.
![hema ahuja](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/15-02-2025/gj-jnd-01-voter-vis-01-byte-01-pkg-7200745_15022025125042_1502f_1739604042_975_1502newsroom_1739621216_1071.jpg)
पाकिस्तान के सिंध में हुआ है जन्मः हेमाबेन आहूजा का जन्म पाकिस्तान के सिध प्रांत के मीरपुर में हुआ है. उनकी मां और पिता के साथ-साथ परिवार के सभी सदस्य और रिश्तेदार पाकिस्तान के नागरिक हैं और मीरपुर खास में रहते हैं. लोकसभा चुनाव में हेमाबेन आहूजा ने पहली बार मतदान किया था. भारत का नागरिक बनने के बाद यह दूसरा मौका था जब वह वोट डालती. जूनागढ़ महानगर पालिका के लिए वोट करने के लिए बहुत उत्साहित थी.
पाकिस्तान में नहीं किया मतदानः हेमाबेन अपने पूरे परिवार के साथ पाकिस्तान के मीरपुर खास सिंध प्रांत में रहती थीं. उनका नाम पाकिस्तान की मतदाता सूची में शामिल था, लेकिन उन्होंने कभी भी पाकिस्तान के किसी भी चुनाव में मतदान नहीं किया. वह भारत में मतदाता बनने के बाद अपने मताधिकार का प्रयोग कर रही है. हेमाबेन का मानना है कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए वोट करना जरूरी है.
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