भोपाल| शहर की सभी बड़ी मंडियों में प्याज की आवक कम हो गई है, जिसकी वजह से लगातार प्याज के दामों में इजाफा होता जा रहा है. पैसे कमाने की होड़ में छोटे व्यापारी भी महंगे दामों में प्याज को बेचने में लगे हुए हैं. बढ़ते प्याज के दामों पर प्रशासन का जरा भी ध्यान नहीं है. पिछले 1 हफ्ते के अंदर ही प्याज के दामों में 30 से 40 रुपए का इजाफा हुआ है.
मंडी व्यापारियों की मानें तो प्रदेश में प्याज की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है. गोदामों में रखा प्याज में भी पानी ज्यादा गिरने की वजह से सड़ गया है. अब पूरा व्यापार अन्य राज्यों से आने वाली प्याज पर निर्भर करता है, दूसरे राज्यों में भी बारिश होने की वजह से प्रदेश में प्याज नहीं आ पा रही है और जो आ रही है उसकी मात्रा बहुत कम है और खरीददार ज्यादा, ऐसी स्थिति में प्याज के दाम मंडियों में ही ज्यादा देने पड़ रहे हैं.
प्याज व्यापारी बंटी साहू का कहना है कि महाराष्ट्र और गुजरात से आने वाली प्याज बारिश की वजह से नहीं आ पाई है. जिसका सीधा असर प्रदेश की मंडियों पर दिखाई देने लगा है, प्रदेश में हुई बारिश की वजह से प्याज की फसल पहले ही खराब हो चुकी है. उसके अलावा जिन व्यापारियों ने गोदाम में प्याज रखी गई थी. वो भी पानी की वजह से खराब हो चुकी है. अब ऐसी स्थिति में प्रदेश के लिए प्याज अन्य राज्यों से ही मंगाया जा रहा है. लेकिन जिन राज्यों से प्याज आयात की जा रही है, वहां पर भी बारिश ने काफी नुकसान कर दिया है. अब प्याज बहुत कम मात्रा में मंडी तक पहुंच रही हैं, इसलिए लगातार प्याज के दामों में इजाफा हो रहा है.
इस समय मंडी में प्याज 80 से 100 रुपए तक बिक रही है. आने वाले समय में भी प्याज के दामों में कुछ खास गिरावट की उम्मीद नहीं की जा सकती है, प्रदेश का प्याज जब तक नहीं आएगा. तब तक प्याज के दाम कम नहीं हो पाएंगे.