सागर (कपिल तिवारी) : मकर संक्रांति का त्योहार पूरे भारत में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. देश के अलग-अलग हिस्सों में इसको अलग-अलग नामों से जाना जाता है. इसको मनाने की परंपरा भी भिन्न-भिन्न देखने को मिलती है. मकर संक्रांति पर जहां दान-पुण्य और स्नान का बड़ा महत्व है. वहीं, इस दिन पारंपरिक खान-पान का भी बहुत महत्व है. जिसमें काले तिल और गुड़ से तैयार लड्डू विशेष हैं. सर्दियों में शरीर को गर्म रखने के साथ पोषक तत्वों से भरपूर काले तिल का लड्डू सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है. आइए जानते हैं कि काले तिल का लड्डू कैसे बनता है. सेहत और स्वाद के लिए यह कितना फायदेमंद है.
कैसे तैयार करें काले तिल के लड्डू
काले तिल के लड्डू बनाने के लिए सबसे पहले तिल को अच्छी तरह से साफ कर धोकर सुखा लें. इसके बाद तिल को देशी घी में भून लें, लेकिन याद रखें कि ज्यादा भुनने पर ये अधिक कड़वा हो सकता है. फिर काले तिल को गुड़ की चाशनी में डालकर देर तक कड़ाही में चलाते रहें. ऐसा करने से गुठलियां नहीं पड़ेंगी. यहां ये ध्यान रखें कि काले तिल और गुड़ के मिश्रण को ज्यादा ठंडा ना होने दें और लड्डू बना लें, नहीं तो लड्डू टूटकर बिखर जाएंगे और उनको बांधने यानी लड्डू बनाने में दिक्कत होगी. लड्डू को स्वादिष्ट बनाने के लिए इसमें ड्राई फ्रूट्स का इस्तेमाल भूनकर कर सकते हैं.
इससे मिलने वाले फायदों को लेकर क्या कहते हैं जानकार
जैविक उत्पादों से सेहत के लिए बेहतरीन स्वादिष्ट व्यंजन बनाकर लोगों के घर तक पहुंचाने वाले प्रगतिशील युवा किसान आकाश चौरसिया बताते हैं कि "ये एक विलुप्त होती प्रजाति है. पहले लोग काले तिल का भरपूर उपयोग करते थे. आमतौर पर तेल और खाने के व्यंजनों में इसका उपयोग किया जाता था. क्योंकि इसमें बहुत सारे औषधीय गुण होते हैं. अब किसानों ने इसकी खेती बंद कर दी या तो कम कर दी है, लेकिन हम लोग अभी भी काला तिल उगाते हैं और उसकी प्रोसेसिंग भी करते हैं. हम लोग काले तिल का तेल निकालते हैं और लड्डू भी बनाते हैं.
इससे होने वाले फायदों की बात करें तो इसमें विटामिन बी-3 और मैग्नीशियम होता है, जो दिमाग को तेज करता है. इसके अलावा कैल्शियम और फास्फेट होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है. इसकी तासीर गर्म होने के कारण आमतौर पर लोग इसका उपयोग ठंड में करते हैं. काले तिल के लड्डू बनाने के लिए हम जैविक गुण का उपयोग करते हैं. इसकी खासियत ये है कि स्वाद के साथ ये सेहत के लिए भी काफी अच्छा है.
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इसकी खेती से किसान कमा सकते हैं अच्छा मुनाफा
आकाश चौरसिया बताते हैं कि "तिल कई प्रकार का होता है, लेकिन किसान भाईयों को काला तिल उगाना चाहिए. क्योंकि सामान्य तिल का भाव जहां 150-200 रुपए तक मिलता है. वहीं काले तिल का भाव 300-350 रुपए तक होता है. इसको प्रोसेसिंग कर लड्डू या दूसरी चीजें बनाकर 400 से 500 रुपए किलो तक में बेचा जा सकता है."