भोपाल : एनएसयूआई की मेडिकल विंग ने नेशनल हेल्थ मिशन डायरेक्टर छवि भारद्वाज पर भर्ती के दौरान अनियमितता के आरोप लगाए हैं. साथ ही उम्मीदवारों पर अनैतिक दबाव बनाए जाने के आरोप भी लगाए हैं.
एनएसयूआई के रवि परमार ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा वैकेंसी निकाली गई थी. जिसमें हजारों की संख्या में नर्सिंग के अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. आवेदन के बाद परीक्षा में मेरिट लिस्ट में आए छात्रों की वेरिफिकेशन लिस्ट जारी की गई, वेरिफिकेशन के दौरान विद्यार्थियों को अपात्र घोषित कर दिया गया. साथ ही इनकी एप्लीकेशन आईडी पर दूसरे किसी कैंडिडेट का नाम दिखाया गया जो कि इस वैकेंसी के लिए किसी भी तरीके से पात्र नहीं था.
1800 पदों के लिए निकाली गई थी भर्ती
एनएचएम के 1800 कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर पदों के लिए वैकेंसी निकाली गई थी. इसका एग्जाम 6 दिसंबर 2020 को लिया गया था, एग्जाम के बाद वेरिफिकेशन के लिए भी अभ्यर्थियों को बुलाया गया था. लेकिन अब अस मामले को एनएसयूआई ने व्यापमं घोटाले से जोड़ते हुए आरोप लगाए कि एनएचएम की छवि भारद्वाज पूरे मामले को दबाने का प्रयास कर रही है और अभ्यार्थियों के ऊपर अनैतिक दबाव भी बनाए जा रहे हैं.