भोपाल: एआईसीसी के राष्ट्रीय महासचिव और मध्य प्रदेश के प्रभारी मुकुल वासनिक आज से मध्य प्रदेश के दौरे पर हैं. अपने चार दिवसीय दौरे में मुकुल वासनिक भोपाल, सागर, जबलपुर और रीवा संभाग के संगठन की समीक्षा और नगरीय निकाय चुनाव की तैयारी पर जिलावार मीटिंग कर रहे हैं. भोपाल संभाग की मीटिंग में नगरीय निकाय चुनाव की रणनीति और टिकट वितरण के फार्मूले पर चर्चा हुई है. संगठन स्तर पर होने वाले बदलाव को लेकर भी चर्चा की है. टिकट वितरण का अधिकार जिला कांग्रेस कमेटियों को दिया गया है. पूर्व में पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने वाले प्रत्याशियों को टिकट न दिए जाने का प्रस्ताव पर कमेटी को अंतिम फैसले का अधिकार दिया गया है.
जिला स्तर पर होगा उम्मीदवार का चयन, प्रदेश स्तर पर बनेगी समन्वय समिति
भोपाल जिला ग्रामीण कांग्रेस के अध्यक्ष अवनीश भार्गव ने बताया कि प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक ने कांग्रेस कार्यकर्ता और संगठन स्तर पर समीक्षा की है. उम्मीदवार चयन के मामले में उन्होंने कहा है कि जिला स्तर पर चयन होगा. बहुत कम प्रकरण प्रदेश स्तर पर आएंगे. प्रदेश स्तर पर समन्वय समिति बनाई जाएगी. उस समिति में वह प्रकरण आएंगे,जो जिला स्तर पर निपट नहीं पाएंगे. इनका निराकरण प्रदेश स्तरीय समन्वय समिति करेगी. कोशिश यह रहेगी कि कार्यकर्ताओं की भावनाओं के अनुरूप जीतने वाले उम्मीदवार का फैसला जिला स्तर की कमेटी के आधार पर ही हो जाए.
संगठन के पदाधिकारियों को नए सिरे से दी जाएगी जिम्मेदारी
अवनीश भार्गव ने बताया कि संगठन स्तर पर समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि संगठन के जो पदाधिकारी हैं, उनको नए सिरे से जिम्मेदारी दी जाएगी. जो जिले के पदाधिकारी हैं, उन्हें ब्लॉक की और ब्लॉक के पदाधिकारी को मंडलम और सेक्टर की जिम्मेदारी दी जाएगी. प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों को जिला स्तर की जिम्मेदारी नए सिरे से दी जाएगी. यह फैसला दो-तीन दिन में हो सकता है.
जिला कमेटियों को वार्ड स्तर पर मीटिंग और ट्रेनिंग प्रोग्राम के निर्देश
पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने बताया कि प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक से चर्चा हुई है. उन्होंने कहा है कि इन चुनाव में जिला कांग्रेस को वार्ड में जाकर मीटिंग करना है और ट्रेनिंग प्रोग्राम भी करना है. आगामी नगरीय निकाय चुनाव पूरी ताकत के साथ एकजुट होकर लड़े जाएंगे.
टिकट वितरण के फार्मूले पर भी हुई चर्चा
पीसी शर्मा ने बताया कि टिकट वितरण के लिए कमेटियां बन रही हैं, उसमें जो नाम आएंगे जीतने वाले उम्मीदवार को टिकट दिया जाएगा, पहले जो कांग्रेस के उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं, उनको टिकट न दिए जाने का भी मामला आया है, उसमें जिला कमेटी को फैसले का अधिकार दिया गया है.