भोपाल। (MP Panchayat elections) एमपी में पंचायत चुनाव की घोषणा के साथ ही राजनीति तेज है. भले ही प्रदेश में पंचायत चुनाव दलगत नहीं, इसके के बावजूद भी बीजेपी का दावा कि उसके कार्यकर्ता ही चुनाव जीतेंगे. बयान पर कांग्रेस ने आपत्ति जताते हुए कहा कि बीजेपी की डर्टी पॉलिटिक्स इस चुनाव में भी जारी है.
दलगत चुनाव नहीं फिर भी पार्टी कर रही जीत का दावा
मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव भले ही दलगत नहीं है, लेकिन कांग्रेस-बीजेपी दोनों ही अपने समर्थकों को जिताने के लिए मैदान में उतर गई है. पंचायत चुनाव को लेकर प्रदेश में आचार संहिता लागू है और अब राजनीतिक पार्टियों का जोर अपने समर्थित प्रत्याशियों को जिताने पर है. मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष वीडी शर्मा खुले तौर पर कह रहे हैं कि हमारे कार्यकर्ता मैदान में जाकर बीजेपी को जिताएंगे (MP BJP on Panchayat elections).
बीजेपी की डर्टी पॉलिटिक्स- कांग्रेस
कांग्रेस की बात करें तो पार्टी भले ही सीधे तौर पर मैदान में न हो और इन चुनावों को वो दलीय नहीं मानती लेकिन वह भी अपने समर्थित प्रत्याशियों का प्रचार करेगी. हालांकि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के बयान पर हमला बोलते हुए पार्टी प्रवक्ता अब्बास हफीज ने कहा (MP Congress on Panchayat elections) कि बीजेपी सुचिता की बात तो करती है लेकिन जिस तरह से वह पंचायत चुनाव में बीजेपी की जीत की बात कह रही है ,इससे तो यही लगता है कि भाजपाईयों को चुनाव के अलावा कुछ नहीं दिखता,लेकिन जनता के सामने सच्चाई है.
चुनाव आयोग की है नजर
हालांकि राजनीतिक दलों के दांवों के बीच चुनाव आयोग की नजर इन पार्टियों पर है. आचार संहिता के नियमों के मुताबिक, यदि किसी भी सूरत में पार्टी का झंडा या प्रचार पंचायत चुनाव में पाया गया तो उम्मीदवार पर कार्रवाई की जाएगी.