भोपाल। मध्यप्रदेश में दक्षिण पश्चिम मानसून का आगाज हो चुका है, जिसके बाद से ही प्रदेश के होशंगाबाद, इंदौर, शहडोल, जबलपुर, उज्जैन संभाग के कई हिस्सों में कल से बारिश हो रही है, वहीं मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक आने वाले 48 घंटों में मानसून मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में भी आगे बढ़ने की संभावना है.
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटों में पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ और हिस्सों में मानसून आगे बढ़ने की पूरी संभावना है. मानसून की उत्तरी सीमा कांडला, अहमदाबाद, इंदौर, नरसिंहपुर, उमरिया और बलिया से होकर गुजर रही है.
इस समय प्रदेश के मौसम को मुख्य रूप से चार कारक प्रभावित कर रहे हैं. पहला कारक दक्षिण पूर्वी उत्तर प्रदेश और उससे लगे क्षेत्र में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक बना हुआ है, जो दक्षिण पश्चिम दिशा की ओर ऊंचाई के साथ झुका हुआ है.
दूसरा कारक पूर्वी पश्चिमी हवाओं का मिलन है, जो पश्चिम बंगाल के हिमालय की तराई और सिक्किम से उत्तरी कोंकण के बीच बना हुआ है. जो दक्षिण मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही हैं.
तीसरा कारक एक द्रोणिका है, जो उत्तर पश्चिम राजस्थान से पश्चिम बंगाल के गंगा के क्षेत्र तक जा रही है और जो उत्तरी राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश और झारखंड से होकर गुजर रही है. यह हवा के ऊपरी भाग में 900 मीटर की ऊंचाई तक बनी हुई है.
चौथा कारक एक कम दबाव का क्षेत्र है, जो उत्तरी बंगाल की खाड़ी और उससे लगे क्षेत्र में 19 जून तक बनने की संभावना है. यह सभी कारक मिलकर भोपाल सहित पूरे मध्यप्रदेश के मौसम को इस वक्त प्रभावित कर रहे हैं.
मौसम विभाग ने देर रात के लिए लगभग सभी जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा और बिजली कड़कने की संभावना जताई है. राजधानी भोपाल के मौसम की बात करें तो आज शाम के वक्त यहां भी तेज हवाओं के साथ मध्यम वर्षा हुई.