भोपाल। भारतीय पशु चिकित्सा संघ द्वारा आयोजित दो दिवसीय वर्कशॉप के आखिरी दिन केंद्रीय पशुपालन राज्य मंत्री डॉक्टर संजीव बाल्यान शामिल हुए. इस दौरान देश में गोवंश की समस्या से छुटकारा पाने के लिए सरकार के प्रयास को लेकर उन्होंने कहा कि बछड़े नहीं होंगे तो शायद इस समस्या का समाधान हो पाएगा.
संजीव बालयान ने कहा कि सरकार प्रयास कर रही है और दो स्थानों पर मेल सीमन का प्रोडक्शन भी शुरू हो गया है, सरकार चाहती है कि पीपीपी मोड पर भी इस पर काम हो. दो दिवसीय पशु चिकित्सा कार्यक्रम में देश में बढ़ती गोवंश की समस्या को लेकर विचार विमर्श किया गया, साथ ही किस तरीके से गांव का संरक्षण और संवर्धन हो इसको लेकर भी चर्चा की गई.
कार्यक्रम के पहले दिन केंद्रीय राज्य मंत्री प्रताप चंद्र शामिल हुए थे. सारंगी ने भी गायों के संवर्धन और संरक्षण को लेकर अपने संबोधन में कहा था कि प्रोडक्टिविटी ऑफ मासस इसपर काम करना चाहिए. जिस तरीके से गोवंश के चलते समस्या उत्पन्न हो रही है उस पर संजीव बालयान का कहना है कि यदि प्रयास से यदि बछड़ों के पैदा होने पर रोक लगती है तो इस समस्या का जल्द ही समाधान हो जाएगा.
गौ सेवा को लेकर प्रदेश सरकार प्रदेश में करीब 900 गौशालाएं खुलवा रही है. जिसमें उनका संरक्षण और संवर्धन किया जाएगा. इसके साथ ही केंद्र सरकार के साथ मिलकर प्रदेश सरकार भी इस पर काम कर रही है.