पन्ना: जिले में शनिवार को पूरे दिन रिमझिम बारिश होती रही. इस बेमौसम बारिश की वजह से खुले में रखी धान भीगने से भारी नुकसान हुआ है. खरीदी केंद्रों में धान को सुरक्षित जगह पर रखने के लिए पर्याप्त जगह का इंतजाम नहीं किया गया था. जिसके कारण किसानों की रखी फसल बारिश में भीग गई.
60 खरीदी केंद्रों पर रखी धान भीगी
हालांकि बारिश से पहले मौसम विभाग की ओर से अलर्ट जारी किया गया था. बारिश से बचाव की व्यवस्था नहीं होने के कारण शहर के लगभग 60 खरीदी केंद्रों में रखी धान भीग गई है. किसानों के पास धान को ढकने के लिए पर्याप्त मात्रा में तिरपाल भी मौजूद नहीं थे. कुछ जगहों पर धान की बोरियां पानी डूबी हुई नजर आ रही है.
नुकसान की भरपाई जिम्मेदार अधिकारियों से करवानी चाहिए
ग्राम रानीपुर के किसान अजय द्विवेदी ने कहा, "मौसम विभाग के अलर्ट जारी करने के बाद भी प्रशासन ने परिवहन की व्यवस्था और पर्याप्त खरीदी केंद्रों में तिरपाल की व्यवस्था नहीं की थी. ज्यादातर खरीदी केंद्रों में रखे हुए धान भीग गए हैं. इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है. इसी के साथ प्रशासन ने जितनी धान खरीद कर रखी थी, वो भीग गई है, इससे प्रशासन को भी नुकसान हुआ है. इसकी भरपाई जिम्मेदार अधिकारियों से करवानी चाहिए, क्योंकि उसने समय रहते कोई व्यवस्था नहीं की थी."
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नुकसान का हो रहा है नुकसान का आकलन
जिले के खाद्य आपूर्ति अधिकारी देवेंद्र खोबरिया ने कहा, "बेमौसम रिमझिम बारिश होने के कारण खरीदी केंद्रों में खुले में रखी धान भीगने से खराब हो गई है. जो भी धान भीगने से बच गए हैं, उसे तुरंत मिलर एवं गोदाम में रख दिया जाएगा. किसानों के नुकसान का आकलन किया जा रहा है और उसमें मुआवजा का भी विचार चल रहा है."