मुरैना: जिले के बैरियर चौराहा पर बुधवार को पुलिस द्वारा 'सेफ क्लिक' जागरुकता अभियान के अंतर्गत साइबर चौपाल का आयोजन किया गया था. इसमें कई नेता और जिला अधिकारी मौजूद थे. कार्यक्रम खत्म होने के बाद भाजपा जिला अध्यक्ष कमलेश कुशवाह ने यातायात थाना प्रभारी संतोष भदौरिया को यातायात व्यवस्था सुधारने की सलाह दी. इस दौरान थाना प्रभारी के कथित गलत टोन में बात करने को लेकर भाजपा नेता बिफर गए. फिर क्या था, दोनों के बीच तीखी नोकझोंक होने लगी और फिर इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
छोटी-छोटी बात पर नेताओं को फोन लगा देने हैं : यातायात टीआई
मामले को लेकर यातायात थाना प्रभारी संतोष भदौरिया ने कहा, " यह मुरैना की तासीर है कि लोग छोटी-छोटी बातों पर विवाद करने लगते हैं. नेताओं के फोन गाड़ी छोड़ने को लेकर अकसर आते रहते हैं. लेकिन हम न्यायालय के आदेश के हिसाब से कार्रवाई करते हैं. इस तरह कोई भी दबाव नहीं बना पाएगा, जो भी प्रकरण आएंगे वो न्यायालय में भेज दिए जाएंगे."
थाना प्रभारी की भाषा शैली ठीक नहीं थी : भाजपा नेता
भाजपा जिला अध्यक्ष कमलेश कुशवाहा ने कहा, " मैंने उनसे (थाना प्रभारी) यातायात व्यवस्था को सुधारने की बात कहा. लेकिन उन्होंने जब जवाब दिया तो उनके बात करने का तरीका और भाषा शैली ठीक नहीं थी, जिस कारण मैंने उनको टोक दिया. इसी बात को लेकर वह आवेश में आ गए. जब कोई पुलिस अधिकारी पार्टी जिला अध्यक्ष से अभद्र भाषा शैली और टोन में बात करता है, तो वह आम जनता के साथ कैसे पेश आता होगा?"
'पार्टी के बड़े नाताओं से करूंगा बात'
भाजपा नेता कमलेश कुशवाहा ने अंदेशा व्यक्त करते हुए कहा, " अब मुझे शहर की व्यवस्थाओं के संबंध में कोई भी बात करनी होगी तो सीधा पुलिस अधीक्षक से करूंगा. नहीं तो अपने पार्टी के बड़े नेताओं से बात करूंगा. कार्यक्रम जब समाप्त हुआ तो थाना प्रभारी खुद ही मेरे पास आए और अभद्र भाषा में बात करने लगे, इसलिए मैंने उसे टोका."
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बता दें कि मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा साइबर संबंधी 11 दिवसीय जन जागरूकता अभियान 'सेफ क्लिक' चलाया जा रहा है. इसमें जिला और अनुभाग स्तर प्रतिदिन साइबर संबंधी जन जागरुकता कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं. इसमें SP समीर सौरभ और ASP गोपाल धाकड़ ने डिजिटल अरेस्ट और ऑनलाइन फ्रॉड पर जनता के साथ विस्तार से चर्चा की है.