भोपाल। सीधी के दर्दनाक हादसे के बाद सरकार का परिवहन अमला जाग उठा है. घटना के बाद प्रदेश की परिवहन व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए आज से 7 दिनों का प्रदेश स्तरीय निरीक्षण अभियान शुरू किया गया है. पहले दिन निरीक्षण के लिए खुद परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत सड़क पर उतरे. निरीक्षण के दौरान परिवहन व्यवस्था में चल रही बस संचालकों की मनमर्जी उजागर हुई. बसों में ना तो एग्जिट गेट मिले और न ही फर्स्ट एड बॉक्स. आग से काबू पाने के इंतजाम भी नदारद मिले. जांच में अधिकांश बसें बिना टिकट और बिना परमिट चलते मिली.
11 मील पर आधा दर्जन बसों पर हुई कार्रवाई
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत होशंगाबाद रोड के 11 मील चौराहे पर परिवहन विभाग के अमले के साथ औचक निरीक्षण पर पहुंचे. इस दौरान भोपाल से होशंगाबाद और मंडीदीप आने जाने वाली बसों की चेकिंग की गई. चेकिंग के दौरान परिवहन व्यवस्था की पोल सामने आ गई. मंडीदीप से भोपाल आने वाली एक बस को रुकवा कर परिवहन मंत्री बस के अंदर दाखिल हुए. मंत्री ने बस में सफर कर रहे यात्रियों से टिकट के बारे में पूछा. बताया गया कि उन्हें टिकट दिया ही नहीं गया है.
सीधी बस हादसा: RTO, MPRDC के GM और AGM निलंबित
बस में क्षमता से ज्यादा यात्रियों को बैठाया गया था. इसके बाद परिवहन मंत्री के निर्देश पर विभाग के अधिकारियों ने बस को जप्त कर लिया. इसके बाद परिवहन मंत्री ने भोपाल से होशंगाबाद जा रही एक बस को रुकवा कर चेक किया, तो उस बस के भी यही हाल निकले. बस में यात्रियों से पैसा तो लिया गया लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया. मंत्री ने फर्स्ट एड बॉक्स खुलवाया तो दवाइयां 1 साल पहले ही एक्सपायर हो चुकी थी. निरीक्षण के दौरान ज्यादातर यही स्थिति रही कि जिस बस को रुकवा कर चेक किया गया, सभी में कमियां पाई गई. मंत्री के निर्देश पर करीब आधा दर्जन बसों पर कार्रवाई की गई.
मंत्री बोले लगातार करूंगा बसों के निरीक्षण
मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बस संचालकों द्वारा की जा रही गड़बड़ियों पर कड़ी नाराजगी जताई. मंत्री ने कहा कि इस तरह की गड़बड़ियां बर्दाश्त नहीं की जाएगी. परिवहन व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए लगातार चेकिंग अभियान चलेगा. उन्होंने कहा कि वे लगातार औचक निरीक्षण करेंगे.