भोपाल। राजधानी भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज ने अपने उन सभी मेडिकल स्टाफ को होटल खाली करने के आदेश दिए हैं जो अब तक कोविड 19 के कारण होटल में क्वॉरेंटाइन में रह रहे थे.
जारी आदेश में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा 15 मई को जारी की गई गाइडलाइन का हवाला देते हुए कहा गया है कि जो स्वास्थ्य कर्मी पीपीई किट पहनकर कोरोना संक्रमित मरीज के इलाज में लगे हुए हुए हैं, उन्हें अलग से क्वॉरेटाइन होने की जरूरत नहीं है.
इस दिशा निर्देश को देखते हुए कोविड-19 ब्लॉक में पदस्थ स्वास्थ्य कर्मियों के अलावा बाकी सभी कर्मियों का होटल आवंटन तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाता है. सभी डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाई-सुरक्षा कर्मियों को आज ही होटल खाली करने के लिए कहा गया है. इसके अलावा कोविड-19 वार्ड में ड्यूटी कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों के ड्यूटी के समय उनके आवास और खाने की व्यवस्था संस्था वैकल्पिक रूप से करेगा.
बता दें कि जीएमसी का मेडिकल स्टाफ भोपाल के अशोका रेसीडेंसी, मोटल शिराज, होटल रंजीत लेक व्यू, सुदर्शन होटल समेत 12 होटलों में रह रहे थे, ताकि यदि इनमें से किसी को संक्रमण होता है तो संक्रमित से वायरस उनके परिवार तक न पहुंचे. अब तक भोपाल में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 992 पहुंच चुकि है, जिसमें से अब तक 38 लोगों की मौत हो चुकि है, वहीं 525 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं.