भोपाल। एमपी (Madhya Pradesh) में कोरोना के हालात बाद से बदतर होते जा रहे हैं. मरीजों को ना तो ऑक्सीजन मिल पा रही है और ना ही रेमदेसीविर इंजेक्शन (Remadesivir Injection) मिल पा रहे हैं. हालांकि सरकार का दावा है कि ऑक्सीजन और इंजेक्शन की उपलब्धता (Oxygen and injection availability) सभी मेडिकल कालेज और जिला अस्पतालों में कराई जा रही है.
सरकार हर चुनौती के लिए है तैयार- मंत्री विश्वास सारंग
प्रदेश में करीब 50 हजार कोरोना मरीज हैं और अप्रेल के आखिरी तक लगभग एक लाख तक आकंड़ा पहुंचने की सम्भावना है और अब सरकार के लिए आने वाला समय में बड़ी चुनौती है. ईटीवी भारत से बातचीत में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विशवास सारंग (Medical Education Minister Vishwas Sarang) ने बताया कि सरकार हर संभव कोशिश कर रही है. कई अस्पतालों को डेडिकेटेड कोविड अस्पलात (Dedicated Covid Hospital) बना रहे हैं, साथ ही ऑक्सीजन की आपूर्ति (oxygen supply) के लिए भिलाई और गुजरात से व्यवस्था की है. इसके अलावा रेमदेसीविर इंजेक्शन (Remadesivir Injection) भी सरकार उपलब्ध करा रही है. इसके लिए सरकारी हेलिकॉप्टर और स्टेट प्लेन से प्रदेश के हर कोने-कोने में अस्पतालों में पहुंचा रही है और मरीजों के लिए अभी तक 40 हजार बेड की व्यवस्था की है.
इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे मरीज
मध्यप्रदेश में जिस तेजी से कोरोना संक्रमण फैल रहा है. उसे काबू करना सरकार के लिए मुश्किल होता जा रहा है. प्रतिदिन सैकड़ों मरीजों की मौत हो रही है और इसके वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. लोग इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं और सरकार की अभी तक कि कोशिशें नाकाम साबित हो रही है.
500 बेड की होगी व्यवस्था
मप्र के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने गुरुवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल का दौरा किया. इस दौरान मंत्री सांरग ने कहा कि मंगलवार तक 500 बेड की व्यवस्था होगी. यहां पर अभी-अभी 132 आईसीयू बिस्तर पर मरीज भर्ती हैं. सारंग ने बताया कि एम्स में प्रतिदिन बेड की क्षमता बढ़ेगी.
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'हालात out of control होते जा रहे हैं'
चिरायु हॉस्पिटल के संचालक डॉ. अजय गोयनका से तो आंकड़ों के साथ बता दिया, कि उनके अस्पताल में एक सप्ताह से रोजाना 12 से 15 कोरोना मरीजों की मौत हो रही है. ऐसी ही स्थिति दूसरे अस्पतालों की भी है. सरकार कुछ भी कहे हालात out of control होते जा रहे हैं.
'ये जुमलेबाज सरकार है, कोरोना पर लाचार है'
कांग्रेस को मौका मिला, तो निशाने पर आ गई सरकार. कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा, कि ऑक्सीजन के मामले में मध्यप्रदेश आत्मनिर्भर होता तो यह हालात नहीं बनते. होशंगाबाद के बाबई में बनने वाला ऑक्सीजन प्लांट भी सरकार का जुमला बनकर रह गया .अगर ये समय पर बनकर तैयार हो जाता, तो प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी नहीं होती.
शिवराज ने माना हालात विकट
लोगों का कहना है कि 1984 के भोपाल गैस त्रासदी के बाद से उन्होंने श्मशान घाटों पर ऐसी भयानक तस्वीर नहीं देखी. खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने माना, कि प्रदेश में हालात विकट हैं. जरूरत पड़ी तो रेमडेसिविर इंजेक्शन हेलिकॉप्टर से जिलों में पहुंचाएंगे. मुख्यमंत्री का बुधवार को दमोह में रोड शो भी निरस्त कर दिया.