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भारत-पाक युद्ध के 50 साल हुए पूरे, दिल्ली से चलकर भोपाल पहुंच रही मशाल

सन् 1971 के युद्ध के 50 साल पूरे होने पर दिल्ली से शुरू हुई मशाल भोपाल पहुंच रही है, जहां मशाल के साथ-साथ स्वर्ण जयंती समारोह 12 दिनों तक राजधानी के अलग-अलग जगहों पर सम्पन्न की जायेगी.

mashal reaching Bhopal from Delhi
दिल्ली से चलकर भोपाल पहुंच रही मशाल
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Published : Jan 4, 2021, 7:52 AM IST

भोपाल। सन् 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध के 50 साल पूरे होने पर भारतीय सेना की गौरव गाथा को बताने के लिए दिल्ली से शुरू की गई मशाल भोपाल पहुंच रही है. मशाल के साथ-साथ स्वर्ण जयंती समारोह 12 दिनों तक राजधानी के अलग-अलग जगहों पर सम्पन्न की जायेगी.

मशाल अलग-अलग आर्मी और पुलिस के मुख्यालय तक पहुंचेगा, जिसमें सीआरपीएफ, पुलिस मुख्यालय सहित अन्य स्मारक में मशाल ले जाया जायेगा. सुदर्शन कोर के कर्नल ने बताया कि 12 दिनों तक मशाल अलग-अलग क्षेत्रों में जाएगी. इस कार्यक्रम का मकसद सेना की वीरता को पहचानने सहित उन जवानों के पराक्रम को सम्मानित करने का है, जिन्होंने सन् 1971 की लड़ाई में वीरता का परिचय दिया था.

दिल्ली से चलकर भोपाल पहुंच रही मशाल

मशाल को एनसीसी के साथ पैरामिलिट्री फोर्स के हेड ऑफिस, सेना के ऑफिस सहित ब्यूरोक्रेट्स मिनिस्ट्री तक ले जाया जाएगा. इस दौरान कार्यक्रमों में ब्यूरोक्रेट सहित कई राजनेता शामिल होंगे.

ये रहेगा कार्यक्रम

दिल्ली से शुरू की गई मशाल भोपाल के द्रोणाचार्य मिलिटरी कोर सेंटर तक पहुंचेगी, जहां पर कोर कमांडर 1971 के युद्ध की स्वर्ण जयंती मशाल का शुभागमन करेंगे. साथ ही युद्ध विजेताओं का अभिनंदन कर सम्मानित किया जाएगा. वहीं मुख्य कार्यक्रम 18 जनवरी 2021 के सेना कोर सेंटर में आयोजित होगा, जिसमें सेना के अधिकारी सहित भोपल कमिश्नर भी शामिल होंगे.

भोपाल। सन् 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध के 50 साल पूरे होने पर भारतीय सेना की गौरव गाथा को बताने के लिए दिल्ली से शुरू की गई मशाल भोपाल पहुंच रही है. मशाल के साथ-साथ स्वर्ण जयंती समारोह 12 दिनों तक राजधानी के अलग-अलग जगहों पर सम्पन्न की जायेगी.

मशाल अलग-अलग आर्मी और पुलिस के मुख्यालय तक पहुंचेगा, जिसमें सीआरपीएफ, पुलिस मुख्यालय सहित अन्य स्मारक में मशाल ले जाया जायेगा. सुदर्शन कोर के कर्नल ने बताया कि 12 दिनों तक मशाल अलग-अलग क्षेत्रों में जाएगी. इस कार्यक्रम का मकसद सेना की वीरता को पहचानने सहित उन जवानों के पराक्रम को सम्मानित करने का है, जिन्होंने सन् 1971 की लड़ाई में वीरता का परिचय दिया था.

दिल्ली से चलकर भोपाल पहुंच रही मशाल

मशाल को एनसीसी के साथ पैरामिलिट्री फोर्स के हेड ऑफिस, सेना के ऑफिस सहित ब्यूरोक्रेट्स मिनिस्ट्री तक ले जाया जाएगा. इस दौरान कार्यक्रमों में ब्यूरोक्रेट सहित कई राजनेता शामिल होंगे.

ये रहेगा कार्यक्रम

दिल्ली से शुरू की गई मशाल भोपाल के द्रोणाचार्य मिलिटरी कोर सेंटर तक पहुंचेगी, जहां पर कोर कमांडर 1971 के युद्ध की स्वर्ण जयंती मशाल का शुभागमन करेंगे. साथ ही युद्ध विजेताओं का अभिनंदन कर सम्मानित किया जाएगा. वहीं मुख्य कार्यक्रम 18 जनवरी 2021 के सेना कोर सेंटर में आयोजित होगा, जिसमें सेना के अधिकारी सहित भोपल कमिश्नर भी शामिल होंगे.

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