भोपाल। मध्यप्रदेश का विधानसभा सत्र छोटा बुलाए जाने को लेकर कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने सरकार पर निशाना साधा है (jitu patwari target on govind singh rajput). जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश के लिए दुर्भाग्यजनक है कि सरकार न तो सदन की कार्रवाई चलने देना चाहती है और न ही जनता के मुद्दों को सदन में उठाने देना चाहती है. यही वजह है कि पिछले तीन साल में सिर्फ 32 दिन ही सदन की कार्रवाई चली है. सरकार विधायकों के सदन की ताकत को चलने नहीं देना चाहती. जीतू पटवारी ने परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके रिश्तेदार यानि की पत्नी के भाई ने 50 करोड़ रुपए की जमीन दान में दे दी (brother in law gave land to mp transport minister), सरकार ने मंत्रियों को लूट की छूट दे रखी है.
मंत्री को मिला देश में संभवता सबसे बड़ा दान: पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने आरोप लगाया है कि प्रदेश में सरकार नहीं सर्कस चल रही है. परिवहन मंत्री डॉ. गोविंद सिंह राजपूत को 50 करोड़ रुपए दान में मिल गए हैं, यह देश में पहला केस होगा, जिसमें किसी को 50 करोड़ से ज्यादा का दान मिला है (brother in law gave land to mp transport minister). गोविंद सिंह को 50 करोड़ रुपए कीमत की यह जमीन उनके रिश्तेदार साले ने दी है. इससे साफ है कि शिवराज सरकार ने मंत्रियों को लूट की छूट दे दी है (jitu patwari statement on mp government). उन्होंने आरोप लगाया कि भाई भतीजावाद का विरोध करने वाली बीजेपी सरकार में ही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के ससुर को कुलपति बना दिया गया. असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती में उच्च शिक्षा मंत्री के करीबी रिश्तेदारों की चांदी हो गई है. यह भाई भतीजावाद का विरोध करने वालों को समझ क्यों नहीं आया. मंडी बोर्ड में उच्च षिक्षा विभाग के कर्मचारी को प्रतिनिधि पर भेज दिया गया.
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कर्मचारी कर रहे प्रदर्शन, सरकार मौन: जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि सरकार में आने के पहले कर्मचारियों की मांगों का समर्थन करने वाली शिवराज सरकार पीएससी के चयनित अभ्यर्थी के मामले में मौन है. आयुष के कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं. बिजली के कर्मचारी भी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. जीतू पटवारी ने इंवेस्टर समिट को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि जिन 286 उद्योगों को जमीन दी गई, उससे कितने बेरोजगारों को रोजगार मिला.