भोपाल। मोदी मंत्रिमंडल में मध्य प्रदेश को इस बार भी काफी तवज्जो मिली. मोदी सरकार पार्ट-2 में नरेंद्र सिंह तोमर को एक बार फिर जगह मिली है. नरेंद्र सिंह तोमर ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली है. मुरैना लोकसभा सीट से बीजेपी के नरेंद्र सिंह तोमर कांग्रेस के रामनिवास रावत को हराकर संसद का सफर तय किया है. तोमर को कौन सा विभाग मिला है. अभी यह तय नहीं हुआ है. तोमर कहते हैं पीएम मोदी और अमित शाह ने उन पर भरोसा जताया है. उसे पूरा करने की कोशिश की वो हरसंभव कोशिश करेंगे.
तोमर 2014 में ग्वालियर लोकसभा सीट से जीतकर आए थे. पिछली मोदी सरकार में वे ग्रामीण विकास, पंचायत राज, खदान और संसदीय मामलों के मंत्री रहे. उन्होंने मोदी सरकार में इस्पात मंत्रालय, और कुछ समय के लिए शहरी विकास मंत्रालय, आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्रालय भी संभाला.
1980 में अपना राजनीतिक जीवन शुरू करने वाले तोमर को ग्वालियर में भाजपा युवा मंच का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. 1998 और 2008 के बीच वह दो बार विधायक चुने गए और उन्होंने मुरैना विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा चुनाव जीता. 2006 में उन्हें मध्य प्रदेश में पार्टी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया
नरेंद्र सिंह तोमर पहला चुनाव ग्वालियर नगर निगम में पार्षद का लड़ा और जीते. भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे. 1998 में ग्वालियर से विधायक चुने गए. 2003 में वो दूसरी बार विधानसभा चुनाव लड़े और जीते फिर प्रदेश सरकार में मंत्री बनाए गए. 2008 में वे मध्य प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भी रहे.
तोमर का जन्म मुरैना जिले के ओरेठी गांव में 12 जून 1957 को हुआ था। उनके पिता किसान थे। नरेंद्र की स्कूलिंग मुरैना में हुई. इसके बाद कॉलेज की पढ़ाई करने ग्वालियर चले गए. वहां से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. अखिल भारतीय परिषद में शामिल हो गए. फिर कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए. संगठन में नरेंद्र सिंह तोमर की अच्छी पकड़ है.