भोपाल। गणतंत्र दिवस के दिन किसान संगठनों के ट्रैक्टर परेड में जमकर उत्पात हुआ. इसके बाद आंदोलन को बिना शर्त समर्थन दे रहे राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के नेता वीएम सिंह ने अपनी नाराजगी जाहिर की है. वहीं इस अभद्रता से पूरे देश में रोष है. किसानों का संगठन भारतीय किसान संघ भी दिल्ली में हुई घटना को लेकर काफी नाराज है. उसने दिल्ली में हुई घटना कि निंदा करते हुए इस कृत्य को राष्ट्रविरोधी बताया है और किसानों से ऐसे लोगों से सावधान रहने और देशभक्त किसान संगठनों के साथ जुड़ने की अपील की है.
किसान संघ में दिल्ली में हुए कृत्य को बताया राष्ट्रद्रोही
दरअसल भारतीय किसान संघ के मध्य भारत प्रांत अध्यक्ष कैलाश सिंह ठाकुर ने बुधवार को बैरसिया के रेस्ट हाउस में चर्चा की. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कैलाश सिंह ने कहा कि भारत के गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में जो भारत के किसानों के नाम पर हुड़दंग हुआ है. उसकी भारतीय किसान संघ घोर निंदा करता है. दिल्ली में राष्ट्रीय ध्वज का अपमान, पुलिस पर जानलेवा हमला व ट्रैक्टरों का पुलिस पर चढ़ाने की कोशिश करना, बसों में तोड़फोड़ एवं पत्थरबाजी करना. पुलिस के साथ हुए समझौते को तोड़कर गलत रास्तों से दिल्ली में जबरजस्ती घुसकर तांडव मचाना, यह सब कृत्य निंदनीय है.
कैलाश सिंह ठाकुर ने आगे कहा कि भारतीय किसान संघ गणतंत्र दिवस पर ऐसे कृत्यों को राष्ट्रद्रोही मानता है. देश के किसान ऐसे आराष्ट्रीय कृत्य करने वालों से सावधान रहें व देश भक्त किसान संगठनों से जुड़े. इस अवसर पर किसान संघ के भोपाल जिला अध्यक्ष वेद प्रकाश दांगी, जिला मंत्री गिरवर सिंह राजपूत, जिला कोषाध्यक्ष भरत मीणा और जिला मीडिया प्रभारी विनय सिंह पटेल भी मौजूद थे.
RSS के सहयोगी संगठन ने की सुधार की बात
कैलाश सिंह ठाकुर ने बताया कि भारतीय किसान संघ, आरएसएस का सहयोगी संगठन है. किसान आंदोलन में भारतीय किसान संघ ने भारत बंद का समर्थन तो नहीं किया था लेकिन उसने कृषि कानूनों में सुधार करने की बात जरुर कही थी.