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अंगूर के बागों से चढ़ेगी शराब की खुमारी ! मध्यप्रदेश में बनेगी अंगूर से शराब, विदेशी स्कॉच के भी छलकेंगे जाम - Grape wine

प्रदेश में शराब की उपदुकानों को लेकर कैबिनेट की नामंजूरी के बाद अब राज्य सरकार अंगूरी शराब के निर्माण और अंगूर उत्पादन को बढ़ावा देने की तैयारी कर रही है. इसके तहत ठेकेदारों को अंगूरी शराब के 15 पर्यटन स्थलों में दुकान खोलने की अनुमति दी जाएगी.

Government is changing the policy for the manufacture of finger wine in the state
मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर
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Published : Feb 24, 2020, 3:05 PM IST

भोपाल। शराब की उपदुकानों को लेकर कैबिनेट की नामंजूरी के बाद अब राज्य सरकार अंगूरी शराब के निर्माण और अंगूर उत्पादन को बढ़ावा देने की तैयारी कर रही है. इसके तहत अंगूर से शराब बनाने वाले ठेकेदारों को शराब के 15 पर्यटन स्थलों में दुकान खोलने की अनुमति देने का काम किया जाएगा.

प्रदेश में अंगूj की शराब निर्माण के लिए सरकार कर रही नीति में बदलाव

इससे जहां शराब में अंगूर उत्पादकों को इसके बेहतर दाम मिलेंगे, वहीं सरकार के राजस्व में भी बढोत्तरी होगी. उधर सरकार शराब की बिक्री को ऑनलाइन निगरानी की भी तैयारी कर रही है. मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर के मुताबिक इससे राजस्व को होने वाले नुकसान को रोका जा सके.

अंगूर के किसानों ने रखा प्रस्ताव, सरकार ने माना

आबकारी नीति में बदलाव किया जा रहा है, जिससे दस हजार रुपए की सालाना फीस चुकाकर प्रदेश के 15 स्थानों पर अंगूर से शराब बनाने वालों को बिक्री के लिए अनुमति दी जाएगी. रतलाम, मंदसौर जिलों में अंगूर का उत्पादन किया जाता रहा है. इन जिलों के किसानों और व्यापारियों ने सरकार के सामने इसका सुझाव रखा था, जिस पर अब सरकार आगे कदम बढ़ा रही है.

अब विदेशी स्कॉच भी मिलेगी

अब प्रदेश में विदेश की बॉटरबंद स्कॉच भी मिलेगी. इसके लिए छह नई दुकानों को अनुमति दी जाएगी. इसमें भोपाल और इंदौर में दो-दो दुकानें खोली जाएंगी, वहीं जबलपुर और ग्वालियर में एक-एक दुकान खोली जाएगी. इन दुकानों में सिर्फ वहीं शराब रखी जाएगी, जो विदेशों से बोतलबंद ही आती हैं.

ऑनलाइन रखी जाएगी निगरानी

उधर सरकार शराब की ऑनलाइन निगरानी की तैयारी भी कर रही है, जिससे राजस्व को होने वाले नुकसान को रोका जा सके. इसके लिए सरकार वेयरहाउस से दुकानों के लिए निकलने वाली शराब की ऑनलाइन निगरानी की जा सके. वहीं शराब की बोतलों पर भी बार कोडिंग होगी.

भोपाल। शराब की उपदुकानों को लेकर कैबिनेट की नामंजूरी के बाद अब राज्य सरकार अंगूरी शराब के निर्माण और अंगूर उत्पादन को बढ़ावा देने की तैयारी कर रही है. इसके तहत अंगूर से शराब बनाने वाले ठेकेदारों को शराब के 15 पर्यटन स्थलों में दुकान खोलने की अनुमति देने का काम किया जाएगा.

प्रदेश में अंगूj की शराब निर्माण के लिए सरकार कर रही नीति में बदलाव

इससे जहां शराब में अंगूर उत्पादकों को इसके बेहतर दाम मिलेंगे, वहीं सरकार के राजस्व में भी बढोत्तरी होगी. उधर सरकार शराब की बिक्री को ऑनलाइन निगरानी की भी तैयारी कर रही है. मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर के मुताबिक इससे राजस्व को होने वाले नुकसान को रोका जा सके.

अंगूर के किसानों ने रखा प्रस्ताव, सरकार ने माना

आबकारी नीति में बदलाव किया जा रहा है, जिससे दस हजार रुपए की सालाना फीस चुकाकर प्रदेश के 15 स्थानों पर अंगूर से शराब बनाने वालों को बिक्री के लिए अनुमति दी जाएगी. रतलाम, मंदसौर जिलों में अंगूर का उत्पादन किया जाता रहा है. इन जिलों के किसानों और व्यापारियों ने सरकार के सामने इसका सुझाव रखा था, जिस पर अब सरकार आगे कदम बढ़ा रही है.

अब विदेशी स्कॉच भी मिलेगी

अब प्रदेश में विदेश की बॉटरबंद स्कॉच भी मिलेगी. इसके लिए छह नई दुकानों को अनुमति दी जाएगी. इसमें भोपाल और इंदौर में दो-दो दुकानें खोली जाएंगी, वहीं जबलपुर और ग्वालियर में एक-एक दुकान खोली जाएगी. इन दुकानों में सिर्फ वहीं शराब रखी जाएगी, जो विदेशों से बोतलबंद ही आती हैं.

ऑनलाइन रखी जाएगी निगरानी

उधर सरकार शराब की ऑनलाइन निगरानी की तैयारी भी कर रही है, जिससे राजस्व को होने वाले नुकसान को रोका जा सके. इसके लिए सरकार वेयरहाउस से दुकानों के लिए निकलने वाली शराब की ऑनलाइन निगरानी की जा सके. वहीं शराब की बोतलों पर भी बार कोडिंग होगी.

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