भोपाल। कोरोना संक्रमण के दौरान मध्य प्रदेश सरकार आर्थिक संकट से जूझ रही है, लेकिन इस दौर में खनिज विभाग से सरकार को काफी राहत मिली है. होशंगाबाद जिले में रेत के टेंडर को 200 करोड़ से ऊपर का रेट मिला है. इसको लेकर खनिज विभाग के मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह उत्साहित हैं. उनके मुताबिक 'कोरोना काल में टारगेट से ज्यादा राजस्व आ रहा है, हमें जो टारगेट दिया गया है उसे हम हासिल कर रहे हैं.
छत्तीसगढ़ की कंपनी ने 262 करोड़ में लिया है होशंगाबाद माइंस का टेंडर
होशंगाबाद जिले के रेत खनन का ठेका 2019 में तेलंगाना की पावरमेक कंपनी को 217 करोड़ में दिया गया था, हालांकि बाद में कंपनी ने ठेका राशि जमा नहीं करने के कारण इसे छोड़ दिया था. इसके बाद होशंगाबाद जिले की रेत खदानों का फिर से ठेका कराया गया. यह ठेका छत्तीसगढ़ कि कंपनी को दिया गया है. कंपनी जिले की 118 खदानों से तीन साल तक रेत निकालेगी. होशंगाबाद सहित 36 जिलों के टेंडर से सरकार की झोली में 1279 करोड़ रुपए आए हैं.
मंत्री बोले राजस्व बढ़ाने के प्रयास जारी
खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक 'मध्य प्रदेश के रिवेन्यू कलेक्शन के हिसाब से हमें होशंगाबाद के लिए जो रेट मिले हैं वह बहुत अच्छे हैं. कोयले की भी हमें जो रॉयल्टी मिली है उससे मध्यप्रदेश के लिए हमारी रॉयल्टी बढ़ेगी और एक अच्छा बैकअप तैयार होगा.' उन्होंने कहा कि 'हमारा विभाग टारगेट अचीव कर रहा है, वहीं उससे ऊपर भी टारगेट को ले जाने का प्रयास किया जा रहा है. उनके मुताबिक माइंस से जो भी सपोर्ट मिल रहा है उससे अच्छी रॉयल्टी आने वाली है.