भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संबंधित जानकारी के लिए दिए गए हेल्पलाइन नंबरों पर फोन नहीं उठाने की ईटीवी भारत की खबर पर सरकार ने संज्ञान लिया है. प्रदेश के गृह मंत्री और प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने हेल्पलाइन पर फोन रिसीव न करने की शिकायतों को गंभीरता से लेने की बात कही है. सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इन शिकायतों को गंभीरता से लिया जाएगा. इस संबंध में अधिकारियों से बात की जाएगी.
ईटीवी भारत ने उठाया था मुद्दा
ईटीवी भारत ने हेल्पलाइन नंबर्स पर जवाब नहीं मिलने के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था. ईटीवी ने अपनी खबर में बताया था कि कैसे कोविड के कहर और अस्पतालों की भूलभुलैया जनता पर भारी पड़ रही थी. एक समय ऐसा आया था कि लोग समझ नहीं पा रहे थे कौन से अस्पताल में इलाज के लिए जाएं. ईटीवी के रिएलिटी चेक में ये बात सामने आई थी कि अस्पतालों के नंबर ज्यादातर व्यस्त थे. किसी अस्पताल में कोई फोन उठा भी ले तो जवाब मिलता था कि यहां बेड खाली नहीं है.
ऐसे तो मर जाएगी पब्लिक! अस्पतालों की भूलभुलैया, कोई फोन नहीं उठाता, कोई बैरंग लौटाता
रियलिटी चेक में दावे हुए थे फेल
भोपाल के हाॅस्पिटल में बेड की उपलब्धता के सरकारी दावों की हकीकत जानने के लिए ई-टीवी भारत ने 10 हाॅस्पिटल्स में एक-एक करके काॅल किया था. इनमें भोपाल के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एम्स से लेकर जाने-माने पांच कोविड अस्पताल भी शामिल हैं. इनमें से 7 हाॅस्पिटल में तो बार-बार काॅल करने के बाद भी काॅल अटेंड ही नहीं हुई.