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Govardhan Puja 2022: गोवंशों पर CM की चिंता, गौ शालाएं बढ़ाने का किया ऐलान, लोगों से गायों को खुले में ना छोड़ने की अपील

भोपाल में गोवर्धन पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें सीएम शिवराज सहित तमाम बड़े नेता शामिल हुए. वहीं इस अवसर पर सीएम शिवराज ने गोवर्धन पूजा का महत्व बताया तो सड़कों पर घूम रही गायों पर भी चिंता जताई है. साथ ही सीएम ने ग्रीन सिटी इंडेक्स का शुभारंभ भी किया. (govardhan puja 2022) (govardhan puja organized in bhopal) (shivraj concern about cows) (cm in govardhan puja) (cm appeals to people not to leave cows in open)

cm in govardhan puja
गोवर्धन पूजा कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम
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Published : Oct 26, 2022, 4:17 PM IST

Updated : Oct 26, 2022, 4:28 PM IST

भोपाल। राजधानी भोपाल में बुधवार को गोवर्धन पूजा कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें सीएम शिवराज सहित कई बड़े नेता शामिल हुए. इस दौरान सीएम ने गोवर्धन पूजा का महत्व और प्रकृति का दोहन ना करने की बात कही. वहीं मध्यप्रदेश में गायों की बढ़ती संख्या पर सीएम शिवराज ने चिंता व्यक्त की है. सीएम ने कहा कि जनसंख्या लगातार बढ़ रही है. यही वजह है कि गायों के लिए गोचर भूमि खत्म हो रही है, लेकिन हमें इसके लिए संतुलन बनाना पड़ेगा. वहीं हाईवे पर गायों की बढ़ती संख्या पर सीएम ने लोगों के सलाह देते हुए कहा है कि गौवंश को खुला न छोड़े. सरकार के साथ-साथ नागरिकों का भी कर्तव्य की अपने गौवंश की चिंता करें, उन्हें सड़कों पर खुला न छोड़ें. (govardhan puja 2022) (govardhan puja organized in bhopal) (shivraj concern about cows)

पहले से ज्यादा प्रासंगिक है गोवर्धन पूजा: भोपाल में गोवर्धन पूजन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि जो हमें कुछ देता है वह हमारे लिए देवता है. हमें उसके प्रति कृतज्ञता प्रकट करनी चाहिए और उसकी पूजा करनी चाहिए. आज की परिस्थिति में आधुनिक संदर्भ में गोवर्धन पूजा पहले से ज्यादा प्रासंगिक हो गई है. पूरे मध्यप्रदेश के पर्यावरण प्रेमी आज इस कार्यक्रम से जुड़े हैं. शहरों में तो गोवर्धन पूजा कम होती है लेकिन गांव-गांव में यह पूजा की जाती है. आज का गोवर्धन उत्सव भले ही किसी को भी अजीब लगे लेकिन आज मैं आपको बताना चाहता हूं कि अपना देश अद्भुत है. हमारे देश का 5,000 साल का तो ज्ञात इतिहास है. हमारे ऋषियों ने सोच-समझकर परम्पराएं बनाई हैं. एक ही चेतना हम सभी में है, जिसे सामान्य शब्दों में तुलसी बाबा ने कहा है, 'सिया राम मय सब जग जानी.'

प्रकृति का दोहन मत करो: अगर आप गहराई में जाएंगे, तो अनंत आनंद में डूब जाएंगे. आज संयुक्त राष्ट्र वाले अलग-अलग गोल सेट कर रहे हैं, लेकिन हमारे यहां तो हजारों साल पहले कह दिया गया था - वसुधैव कुटुंबकम, सारा विश्व हमारा परिवार है. हमने तो हजारों साल पहले कह दिया था - सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया. सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मां कश्चित् दुःखभाग् भवेत. आज जो समस्याओं के बारे में बताया गया, उसका समाधान क्या है? हमारे किसी भी देवता की पूजा करो, तो वो किसी न किसी वाहन पर बैठ कर आएंगे. यह वाहन कोई मोटरगाड़ी नहीं होती, यह कोई न कोई जीव होता है. इसका तात्पर्य है इनको भी आत्म भाव से देखें. हमारे यहां पेड़ों की पूजा हजारों साल से होती है. भारत ने हजारों साल पहले कहा कि प्रकृति का दोहन करो, शोषण मत करो. कन्हैया भी जानते थे कि गोवर्धन नहीं होगा तो गायों को चारा नहीं मिलेगा, ऑक्सीजन नहीं मिलेगी, औषधि नहीं मिलेंगी और जड़ी-बूटी नहीं मिलेंगी. इसलिए उन्होंने गोवर्धन पूजा करने को कहा. प्राकृतिक असंतुलन के कारण अनेक समस्याएं आज आ रही हैं. इसीलिए कहा गया है कि दोहन मत करो. नदियां हमारे यहां जल वाहिका नहीं मानीं गईं, हमने इन्हें मां मानकर पूजा है.

cm in govardhan puja
गोवर्धन पूजा कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम

सवालों में सरकारी गौशालाएं: ना समय पर मिलता अनुदान, ना गौ सेवा के लिए लोग दे रहे दान

फालतू बिजली न जलाएं: सीएम ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारे सामने पर्यावरण संरक्षण के लिए कई लक्ष्य रखे हैं. अगर धरती को बचाना है तो अपनी जीवन शैली में परिवर्तन लाना पड़ेगा. कुछ न करो तो कम से कम अपने जन्मदिन पर एक पेड़ तो लगा दो. मुझे खुशी है कि मध्यप्रदेश में इस दिशा में प्रयास हो रहे हैं. आज गांव-गांव में जाओ, तो लोग पानी की बोतल सामने रख देते हैं. लोग पानी की दो घूंट पीते हैं और बाकी फेंक देते हैं. हम जितना पानी पीयें, उतना ही लें. वहीं सीएम ने ये भी कहा कि बिजली की सब्सिडी देने में सरकार के 24,000 करोड़ रुपये खर्च हो जाते हैं. यह आपका ही पैसा है, अगर सभी सोच लें कि जितनी बिजली चाहिए, उतनी ही जलाएंगे, तो लगभग 4,000 करोड़ रुपये हम बचा सकते हैं.

सीएम शिवराज ने किया 'ग्रीन सिटी इंडेक्स' का शुभारंभ: सीएम ने ग्रीन सिटी इंडेक्स का शुभारंभ किया (cm shivraj launched green city index). सीएम ने कहा कि ग्रीन सिटी इंडेक्स का शुभारंभ करने के लिए विभाग को बधाई देता हूं. हमारे शहरों में एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होगी, जिससे स्थिति सुधरेगी. हम प्रयास करेंगे कि मध्यप्रदेश ग्रीन सिटी इंडेक्स में भी प्रथम आए. पहले हमारी खेती बैलों पर निर्भर होती थी, जब ट्रैक्टर आए और हार्वेस्टर आए, हमने बैलों को भगाना प्रारंभ कर दिया. जब जरूरत थी तब हमने उपयोग किया और जरूरत न होने पर भगा दिया. गोवंश का सही उपयोग हमें करना होगा. गोवंश के संरक्षण के लिए हमने अनेक प्रयास प्रारंभ किए हैं. मध्यप्रदेश में 1.87 करोड़ से ज्यादा गोवंश है. सीएम ने अपील करते हुए कहा कि हम गोवंश बचाने के लिए प्रयास करें. मध्यप्रदेश में अभी 1,700 गौशालाएं हैं, 1,404 पूरी हो गई हैं. 1,800 गौशाला हम बना रहे हैं (cm announced to increase cow shelters). गोवर्धन योजना के तहत गैस और सीएनजी के निर्माण के लिए इंदौर में प्रयास चालू हो गया है. अगर ढंग से गौशाला चलाएं तो गौशाला आत्मनिर्भर बन जाएंगी. सरकार हर पंचायत में गौशाला घोषित करेगी. हम चारागाह विकसित करने का प्रयास करेंगे. हम हर शहर और हर पंचायत में ग्रीन कवर बढ़ाने हेतु पेड़ लगाने के लिए एक जगह सुनिश्चित और सुरक्षित करेंगे.

सीएम शिवराज ने कहा कि वे किसान बंधुओं से आह्वान करना चाहते हैं कि प्राकृतिक खेती पर भी ध्यान दें. हम खाद और कीटनाशक की पूरी व्यवस्था करेंगे, लेकिन इससे जो जमीन की दुर्दशा होती है, इस पर भी विचार करें. मध्यप्रदेश में 59,000 किसानों का पंजीयन प्राकृतिक खेती के लिए हुआ है. केमिकल फर्टिलाइजर हमारे खाद्य पदार्थों को जहरीला बना रहे हैं. इससे बीमारी बढ़ रही है. अगर आज ध्यान नहीं दिया, तो आने वाली पीढ़ियां इससे प्रभावित होंगी. प्रधानमंत्री के 'मिशन लाइफ' को सफल बनाने में योगदान देने के लिए जनता से आग्रह करता हूं. हमारी जीडीपी 'ग्रॉस एंवायरनमेंट प्रोडक्ट' के बिना अधूरी है। मध्यप्रदेश सरकार ने इसी तारतम्य में ग्रीन इनिशियेटिव शुरू किया है.

दिवाली पर हुए प्रदूषण पर बोले सीएम: दीपावली पर पटाखे फोडने पर पाबंदी नहीं बल्कि हमें अपनी जीवन शैली बदलने की जरूरत है. ऐसा नहीं है कि पटाखे फोड़ने से प्रदूषण होगा और नहीं फोडगे तो पर्यावरण अच्छा रहेगा. ऊर्जा संरक्षण के लिए अलग-अलग चीजें हैं. जीवन शैली में परिवर्तन करके कई काम हो सकते हैं. मध्यप्रदेश में अब हम सौर ऊर्जा पर बल दे रहे हैं. ओंकारेश्वर में फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्लांट लगा रहे हैं, अन्य जगहों पर सोलर पार्क बन रहे हैं, जिससे धरती को सुरक्षित कर सकें. (govardhan puja 2022) (govardhan puja organized in bhopal) (shivraj concern about cows) (cm in govardhan puja) (cm appeals to people not to leave cows in open)

भोपाल। राजधानी भोपाल में बुधवार को गोवर्धन पूजा कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें सीएम शिवराज सहित कई बड़े नेता शामिल हुए. इस दौरान सीएम ने गोवर्धन पूजा का महत्व और प्रकृति का दोहन ना करने की बात कही. वहीं मध्यप्रदेश में गायों की बढ़ती संख्या पर सीएम शिवराज ने चिंता व्यक्त की है. सीएम ने कहा कि जनसंख्या लगातार बढ़ रही है. यही वजह है कि गायों के लिए गोचर भूमि खत्म हो रही है, लेकिन हमें इसके लिए संतुलन बनाना पड़ेगा. वहीं हाईवे पर गायों की बढ़ती संख्या पर सीएम ने लोगों के सलाह देते हुए कहा है कि गौवंश को खुला न छोड़े. सरकार के साथ-साथ नागरिकों का भी कर्तव्य की अपने गौवंश की चिंता करें, उन्हें सड़कों पर खुला न छोड़ें. (govardhan puja 2022) (govardhan puja organized in bhopal) (shivraj concern about cows)

पहले से ज्यादा प्रासंगिक है गोवर्धन पूजा: भोपाल में गोवर्धन पूजन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि जो हमें कुछ देता है वह हमारे लिए देवता है. हमें उसके प्रति कृतज्ञता प्रकट करनी चाहिए और उसकी पूजा करनी चाहिए. आज की परिस्थिति में आधुनिक संदर्भ में गोवर्धन पूजा पहले से ज्यादा प्रासंगिक हो गई है. पूरे मध्यप्रदेश के पर्यावरण प्रेमी आज इस कार्यक्रम से जुड़े हैं. शहरों में तो गोवर्धन पूजा कम होती है लेकिन गांव-गांव में यह पूजा की जाती है. आज का गोवर्धन उत्सव भले ही किसी को भी अजीब लगे लेकिन आज मैं आपको बताना चाहता हूं कि अपना देश अद्भुत है. हमारे देश का 5,000 साल का तो ज्ञात इतिहास है. हमारे ऋषियों ने सोच-समझकर परम्पराएं बनाई हैं. एक ही चेतना हम सभी में है, जिसे सामान्य शब्दों में तुलसी बाबा ने कहा है, 'सिया राम मय सब जग जानी.'

प्रकृति का दोहन मत करो: अगर आप गहराई में जाएंगे, तो अनंत आनंद में डूब जाएंगे. आज संयुक्त राष्ट्र वाले अलग-अलग गोल सेट कर रहे हैं, लेकिन हमारे यहां तो हजारों साल पहले कह दिया गया था - वसुधैव कुटुंबकम, सारा विश्व हमारा परिवार है. हमने तो हजारों साल पहले कह दिया था - सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया. सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मां कश्चित् दुःखभाग् भवेत. आज जो समस्याओं के बारे में बताया गया, उसका समाधान क्या है? हमारे किसी भी देवता की पूजा करो, तो वो किसी न किसी वाहन पर बैठ कर आएंगे. यह वाहन कोई मोटरगाड़ी नहीं होती, यह कोई न कोई जीव होता है. इसका तात्पर्य है इनको भी आत्म भाव से देखें. हमारे यहां पेड़ों की पूजा हजारों साल से होती है. भारत ने हजारों साल पहले कहा कि प्रकृति का दोहन करो, शोषण मत करो. कन्हैया भी जानते थे कि गोवर्धन नहीं होगा तो गायों को चारा नहीं मिलेगा, ऑक्सीजन नहीं मिलेगी, औषधि नहीं मिलेंगी और जड़ी-बूटी नहीं मिलेंगी. इसलिए उन्होंने गोवर्धन पूजा करने को कहा. प्राकृतिक असंतुलन के कारण अनेक समस्याएं आज आ रही हैं. इसीलिए कहा गया है कि दोहन मत करो. नदियां हमारे यहां जल वाहिका नहीं मानीं गईं, हमने इन्हें मां मानकर पूजा है.

cm in govardhan puja
गोवर्धन पूजा कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम

सवालों में सरकारी गौशालाएं: ना समय पर मिलता अनुदान, ना गौ सेवा के लिए लोग दे रहे दान

फालतू बिजली न जलाएं: सीएम ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारे सामने पर्यावरण संरक्षण के लिए कई लक्ष्य रखे हैं. अगर धरती को बचाना है तो अपनी जीवन शैली में परिवर्तन लाना पड़ेगा. कुछ न करो तो कम से कम अपने जन्मदिन पर एक पेड़ तो लगा दो. मुझे खुशी है कि मध्यप्रदेश में इस दिशा में प्रयास हो रहे हैं. आज गांव-गांव में जाओ, तो लोग पानी की बोतल सामने रख देते हैं. लोग पानी की दो घूंट पीते हैं और बाकी फेंक देते हैं. हम जितना पानी पीयें, उतना ही लें. वहीं सीएम ने ये भी कहा कि बिजली की सब्सिडी देने में सरकार के 24,000 करोड़ रुपये खर्च हो जाते हैं. यह आपका ही पैसा है, अगर सभी सोच लें कि जितनी बिजली चाहिए, उतनी ही जलाएंगे, तो लगभग 4,000 करोड़ रुपये हम बचा सकते हैं.

सीएम शिवराज ने किया 'ग्रीन सिटी इंडेक्स' का शुभारंभ: सीएम ने ग्रीन सिटी इंडेक्स का शुभारंभ किया (cm shivraj launched green city index). सीएम ने कहा कि ग्रीन सिटी इंडेक्स का शुभारंभ करने के लिए विभाग को बधाई देता हूं. हमारे शहरों में एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होगी, जिससे स्थिति सुधरेगी. हम प्रयास करेंगे कि मध्यप्रदेश ग्रीन सिटी इंडेक्स में भी प्रथम आए. पहले हमारी खेती बैलों पर निर्भर होती थी, जब ट्रैक्टर आए और हार्वेस्टर आए, हमने बैलों को भगाना प्रारंभ कर दिया. जब जरूरत थी तब हमने उपयोग किया और जरूरत न होने पर भगा दिया. गोवंश का सही उपयोग हमें करना होगा. गोवंश के संरक्षण के लिए हमने अनेक प्रयास प्रारंभ किए हैं. मध्यप्रदेश में 1.87 करोड़ से ज्यादा गोवंश है. सीएम ने अपील करते हुए कहा कि हम गोवंश बचाने के लिए प्रयास करें. मध्यप्रदेश में अभी 1,700 गौशालाएं हैं, 1,404 पूरी हो गई हैं. 1,800 गौशाला हम बना रहे हैं (cm announced to increase cow shelters). गोवर्धन योजना के तहत गैस और सीएनजी के निर्माण के लिए इंदौर में प्रयास चालू हो गया है. अगर ढंग से गौशाला चलाएं तो गौशाला आत्मनिर्भर बन जाएंगी. सरकार हर पंचायत में गौशाला घोषित करेगी. हम चारागाह विकसित करने का प्रयास करेंगे. हम हर शहर और हर पंचायत में ग्रीन कवर बढ़ाने हेतु पेड़ लगाने के लिए एक जगह सुनिश्चित और सुरक्षित करेंगे.

सीएम शिवराज ने कहा कि वे किसान बंधुओं से आह्वान करना चाहते हैं कि प्राकृतिक खेती पर भी ध्यान दें. हम खाद और कीटनाशक की पूरी व्यवस्था करेंगे, लेकिन इससे जो जमीन की दुर्दशा होती है, इस पर भी विचार करें. मध्यप्रदेश में 59,000 किसानों का पंजीयन प्राकृतिक खेती के लिए हुआ है. केमिकल फर्टिलाइजर हमारे खाद्य पदार्थों को जहरीला बना रहे हैं. इससे बीमारी बढ़ रही है. अगर आज ध्यान नहीं दिया, तो आने वाली पीढ़ियां इससे प्रभावित होंगी. प्रधानमंत्री के 'मिशन लाइफ' को सफल बनाने में योगदान देने के लिए जनता से आग्रह करता हूं. हमारी जीडीपी 'ग्रॉस एंवायरनमेंट प्रोडक्ट' के बिना अधूरी है। मध्यप्रदेश सरकार ने इसी तारतम्य में ग्रीन इनिशियेटिव शुरू किया है.

दिवाली पर हुए प्रदूषण पर बोले सीएम: दीपावली पर पटाखे फोडने पर पाबंदी नहीं बल्कि हमें अपनी जीवन शैली बदलने की जरूरत है. ऐसा नहीं है कि पटाखे फोड़ने से प्रदूषण होगा और नहीं फोडगे तो पर्यावरण अच्छा रहेगा. ऊर्जा संरक्षण के लिए अलग-अलग चीजें हैं. जीवन शैली में परिवर्तन करके कई काम हो सकते हैं. मध्यप्रदेश में अब हम सौर ऊर्जा पर बल दे रहे हैं. ओंकारेश्वर में फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्लांट लगा रहे हैं, अन्य जगहों पर सोलर पार्क बन रहे हैं, जिससे धरती को सुरक्षित कर सकें. (govardhan puja 2022) (govardhan puja organized in bhopal) (shivraj concern about cows) (cm in govardhan puja) (cm appeals to people not to leave cows in open)

Last Updated : Oct 26, 2022, 4:28 PM IST
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